- भारत,
- 25-Dec-2025 08:39 AM IST
- (, अपडेटेड 25-Dec-2025 08:39 AM IST)
रूस के विशाल साइबेरिया क्षेत्र में इस समय भीषण ठंड का प्रकोप जारी है, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दुनिया के सबसे ठंडे इलाकों में से एक, याकूतिया में पारा -56 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, जो वर्तमान में धरती पर दर्ज किया गया सबसे कम तापमान माना जा रहा है। इस अत्यधिक ठंड के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई एहतियाती कदम उठाए हैं, जिनमें स्कूलों को। बंद करना और निवासियों को अपने घरों में ही रहने की सख्त सलाह देना शामिल है। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों के लिए एक डरावनी चेतावनी जारी की है, जिसमें तापमान के और भी नीचे, संभवतः -60 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की आशंका जताई गई है।
याकूतिया में रिकॉर्ड तोड़ ठंड
याकूतिया, जो अपनी कठोर और लंबी सर्दियों के लिए जाना जाता है, इस बार अभूतपूर्व ठंड का सामना कर रहा है और यह क्षेत्र दुनिया के सबसे ठंडे बसे हुए इलाकों में से एक है, जहां आमतौर पर सर्दियों में तापमान -40°C से -50°C के बीच रहता है। लेकिन इस बार, -56°C का आंकड़ा पार कर जाना एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। इस अत्यधिक ठंड का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य और दैनिक गतिविधियों पर पड़ रहा है। खुले में कुछ ही मिनट बिताना भी खतरनाक साबित हो सकता है, जिससे फ्रॉस्टबाइट और हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है और स्थानीय निवासियों को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।बर्फीले तूफान का कहर
याकूतिया के तटीय गांव टिकसी में स्थिति विशेष रूप से विकट है और पिछले तीन दिनों से यहां लगातार तेज बर्फीला तूफान चल रहा है, जिसने पूरे इलाके को बर्फ की मोटी चादर से ढक दिया है। तेज हवाओं के साथ हो रही भारी बर्फबारी ने दृश्यता को लगभग शून्य कर दिया है और सड़कों को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है। कई घरों के मुख्य दरवाजों तक बर्फ इतनी जमा हो गई है कि उन्हें खोलना भी मुश्किल हो गया है और इसके परिणामस्वरूप, बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में ही कैद होकर रह गए हैं, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। यह स्थिति आपातकालीन सेवाओं के लिए भी बचाव और राहत कार्यों को अंजाम देना बेहद कठिन बना रही है।दुनिया का सबसे ठंडा बसा हुआ क्षेत्र
याकूतिया की भौगोलिक स्थिति और जलवायु इसे दुनिया के सबसे ठंडे स्थानों में से एक बनाती है। यहां की सर्दियां न केवल लंबी होती हैं, बल्कि उनकी कठोरता भी अद्वितीय होती है। ओयमयाकोन गांव, जो याकूतिया में ही स्थित है, को अक्सर दुनिया की सबसे ठंडी बस्ती के रूप में जाना जाता है, जहां तापमान ऐतिहासिक रूप से बेहद निचले स्तर तक गिरता रहा है और यहां तक कि गर्मियों में भी, इस क्षेत्र में मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहता है, और तापमान केवल थोड़े समय के लिए ही 20°C तक पहुंच पाता है। यह चरम जलवायु परिस्थितियों के लिए स्थानीय आबादी को विशेष रूप से अनुकूलित होना पड़ता। है, लेकिन वर्तमान में दर्ज किया गया तापमान उनकी सहनशीलता की भी परीक्षा ले रहा है। भयानक मौसम की स्थिति को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सभी स्कूलों और किंडरगार्टन को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। यह निर्णय बच्चों को अत्यधिक ठंड और बर्फीले तूफान के खतरों से बचाने के लिए लिया गया है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से घरों से बाहर न निकलने की सख्त हिदायत दी गई है, क्योंकि वे ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और स्कूल बंद होने से बच्चों की शिक्षा पर अस्थायी रूप से असर पड़ा है, लेकिन उनकी सुरक्षा को देखते हुए यह कदम आवश्यक माना गया है। अभिभावकों को भी सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों को घर के अंदर ही सुरक्षित रखें और उन्हें गर्म रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करें।बर्फ में दबे घर और बंद सड़कें
स्थानीय निवासियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बर्फ इतनी अधिक जमा हो गई है कि कई घरों के दरवाजे पूरी तरह से बर्फ में दब गए हैं, जिससे बाहर निकलना लगभग असंभव हो गया है। कई इलाकों में सड़कें पूरी तरह से बर्फ से ढकी हुई हैं और यातायात के लिए बंद हैं। यह स्थिति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और आपातकालीन सेवाओं की पहुंच को गंभीर रूप से बाधित कर रही है। प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं लगातार बर्फ हटाने के प्रयासों में जुटी हुई हैं, लेकिन तेज हवाएं और लगातार बर्फबारी उनके काम में बाधा डाल रही हैं। सड़कों को साफ करने के लिए भारी मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां चुनौती को और बढ़ा रही हैं।आगे और भी डरावनी भविष्यवाणी
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यह भीषण ठंड अभी थमने वाली। नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में तापमान और भी गिर सकता है। यह भविष्यवाणी स्थानीय आबादी के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि वे पहले से ही अत्यधिक ठंड का सामना कर रहे हैं। लोगों को घरों में ही रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और हीटर तथा गर्म कपड़ों का पूरा इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा है और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। याकूतिया में ठंड कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार की ठंड और बर्फीले तूफान ने। जनजीवन को पूरी तरह से रोक दिया है, जिससे यह एक असाधारण और चुनौतीपूर्ण स्थिति बन गई है। स्थानीय अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।❄️ Ice apocalypse in Siberia
— NEXTA (@nexta_tv) December 24, 2025
-56°C has been recorded in Yakutia — the lowest temperature on Earth right now.
Residents of the village of Tiksi are suffering from a powerful blizzard that has been ongoing for the third day.
Schools have canceled classes, and kindergartens are… pic.twitter.com/AQ0S2xpFz5
