SMS अस्पताल के न्यूरो सर्जरी HOD गिरफ्तार
राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए न्यूरो। सर्जरी विभाग के HOD और SMS मेडिकल कॉलेज के एडिशनल प्रिंसिपल डॉक्टर मनीष अग्रवाल को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गुरुवार शाम को की गई, जब डॉ. अग्रवाल शिकायतकर्ता से अपने घर पर रिश्वत ले रहे थे।
रिश्वत की रकम प्लॉट में फेंकी
एसीबी की टीम जब डॉ. मनीष अग्रवाल के घर कार्रवाई करने पहुंची, तो उनके कर्मचारी जगत ने रिश्वत की रकम को घर के पास एक खाली प्लॉट में फेंक दिया था। एसीबी की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जगत को भी। गिरफ्तार किया और प्लॉट से रिश्वत की रकम बरामद कर ली। यह घटना अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल उठाती है।
बिलों पर काउंटर सिग्नेचर के लिए मांगी रिश्वत
एसीबी के एडिशनल एसपी संदीप सारस्वत ने बताया कि एक शिकायतकर्ता ने बुधवार को शिकायत दर्ज कराई थी कि पिछले तीन महीनों से उसके न्यूरो सर्जरी में काम आने वाले ब्रेन कॉइल की सप्लाई के बिल पास नहीं हो रहे थे। कंपनी को दो साल का टेंडर दिया गया था और डॉ. मनीष अग्रवाल बिल पास करने के लिए 1 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। पहले उन्होंने बिल लौटा दिए थे और शिकायतकर्ता को व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए बुलाया था और
डॉ. मनीष की अन्य जिम्मेदारियां
डॉ मनीष अग्रवाल न केवल न्यूरो सर्जरी विभाग के HOD हैं, बल्कि SMS अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के उस आईसीयू के भी प्रभारी हैं जहां 5 अक्टूबर को आग लगी थी और 8 मरीजों की जान चली गई थी। इसके अतिरिक्त, वे ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के प्रभारी और SMS मेडिकल कॉलेज में स्टोर के महत्वपूर्ण वित्तीय कामों। को भी देखते हैं, जिससे कॉलेज और अस्पतालों की बड़ी खरीद के निर्णयों में उनकी अहम भूमिका होती है।
विपक्ष का हमला
इस गिरफ्तारी पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार पर हमला बोला और उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने स्वास्थ्य मॉडल विकसित किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने राजस्थान के स्वास्थ्य क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है। जूली ने इस घटना को राज्य में फैली अराजकता और भ्रष्टाचार का। एक नमूना बताया और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की।