Pakistan News / पाकिस्तान में भुखमरी का संकट- प्याज 220 तो आटा 150 रुपये किलो,इमरान ने शहबाज सरकार पर साधा निशाना

Zoom News : Jan 12, 2023, 11:26 AM
Pakistan News: पाकिस्तान में आर्थिक (Pakistan Economy) हालात हर बीतते दिन के साथ खराब होते जा रहे हैं. सबसे बड़े वित्तीय संकट का सामना कर रहे देश में महंगाई (Inflation) ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. प्याज से लेकर आटा तक के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं. दूध-चावल (Milk-Rice) तक लोगों को नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में सामने आए आंकड़ों को देखकर तो यही कहा जा सकता है कि अब आखिर क्या खाएगा पाकिस्तान?

आटे के लिए देश में मचा घमासान

सबसे पहले बात करते हैं Pakistan में आटे के अकाल के बारे में...तो बता दें देश के तमाम प्रांतों के बड़े शहरों में आटे के लिए घमासान मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर वारयल (Viral Video) रहे वीडियो और तस्वीरें देखकर लग रहा है कि लोग रोटी के लिए जान की बाजी लगाने को मजबूर हैं. यहां आटे की बोरी के लिए लोग आपस में झगड़ रहे हैं, तो पैसे हाथ में लेकर लोग आटा लदे ट्रकों के पीछे भागते नजर आ रहे हैं. कीमत की बात करें तो देश में आटे का दाम (Flaur Price) 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है. 

महंगाई 25 फीसदी के करीब पहुंची

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स (PBS) के ताजा आंकड़ों पर गौर करें तो देश में महंगाई (Pakistan Inflation) की तस्वीर साफ हो जाती है. यहां बता दें कि पाकिस्तान में दिसंबर 2021 में 12.30 फीसदी के मुकाबले बीते दिसंबर 2022 में महंगाई दर लगभग दोगुनी बढ़कर 24.5 फीसदी हो गई है. आंकड़ों में ये इजाफा खासतौर पर खाद्य सामानों की कीमतों में आए उछाल के चलते देखने को मिला है. सालभर में ही पाकिस्तान में खाद्य महंगाई (Pakistan Food Inflation) दर 11.7 फीसदी से बढ़कर 32.7 फीसदी तक पहुंच गई है.

सालभर में यहां पहुंच गई कीमतें

अब PBS के आंकड़ों को देखते हैं. इसके मुताबिक, 6 जनवरी 2022 से 6 जनवरी 2023 तक का डाटा दिया गया है. इस अवधि में प्याज की कीमत 36.7 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220.4 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है. बॉयलर चिकन की औसत कीमत 210.1 रुपये प्रति किलो से 383.5 रुपये प्रति किलो पर आ गई है. इसके अलावा नमक का दाम 32.9 रुपये प्रति किलो से 49.1 रुपये प्रति किलो हो गया है. 

रोटी के लाले, ब्रेड भी पहुंच से बाहर

लिस्ट में अन्य चीजों के दाम में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई है. इसमें बासमती चावल की कीमत सालभर में 100.3 रुपये से बढ़कर 146.6 रुपये प्रति किलो, सरसों के तेल का दाम 374.6 रुपये प्रति लीटर से उछलकर 532.5 रुपये और दूध की कीमत 114.8 रुपये प्रति लीटर की जगह 149.7 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है. महंगाई का आलम ये हैं कि गेहूं की रोटी के थाली से गायब होने पर लोग ब्रेड का सहारा लेने लायक भी नहीं हैं. देश में ब्रेड की कीमत 65.1 रुपये से बढ़कर 89 रुपये हो गई है. 

देश के हालात बयां कर रहे आंकड़े

पाकिस्तान स्टेटिस्टिक्स ब्यूरो द्वारा साझा किए गए महंगाई के ये आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि देश के लोग खाने-पीने के लिए किस तरह मोहताज होते जा रहे हैं. ठीक इन आंकड़ों के मुताबिक ही पाकिस्तान के वर्तमान हालात बने हुए हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो आटे की लड़ाई के दौरान कई लोगों की जान भी चली गई है. बिरयानी की प्लेट के लिए फसाद हो रहे हैं. 

इमरान ने भी शहबाज सरकार पर साधा निशाना

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। इमरान ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरपरस्ती में इन ‘धोखेबाजों’ ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है और अब वे दुनिया से भीख मांग रहे हैं। एक तरफ जहां इमरान ने अपने देश के नेताओं पर निशाना साधा, वहीं भारत और बांग्लादेश की तारीफ में कसीदे पढ़े। बता दें कि सत्ता से हटाए जाने के बाद से इमरान अक्सर बेहद कड़ी भाषा में पाकिस्तान की सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।

पाकिस्तान को मिली मदद के बाद आया बयान

पाकिस्तान और संयुक्त राष्ट्र की मेजबानी में सोमवार को जिनेवा में हुए दानदाताओं के सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने पिछले साल आई भीषण बाढ़ के बाद आर्थिक संकट से जूझ रहे देश को जलवायु अनुकूल तरीके से पुनर्निर्माण में मदद करने के लिए 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक धनराशि देने का वादा किया है, जिसके बाद इमरान का यह बयान सामने आया है। अपनी पार्टी के सांसदों को वीडियो के जरिए संबोधित करते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष ने पाकिस्तान के मुकाबले भारत और बांग्लादेश की प्रगति के बारे में भी बात की।

इमरान खान ने भारत की जमकर की तारीफ

इमरान ने कहा, ‘केवल आईटी की मिसाल लें तो भारत का आईटी निर्यात 2000 में एक अरब अमेरिकी डॉलर था और आज यह 140 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है। और हम आज कहां खड़े हैं। दो परिवार, शरीफ और जरदारी, जो 35 साल तक सत्ता में रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी निर्यात पर ध्यान नहीं दिया। यह केवल इसलिए हुआ है क्योंकि हमारे ऊपर धोखेबाजों को थोप दिया गया है। शहबाज के नेतृत्व में इन धोखेबाजों ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है और अब वे दुनिया से भीख मांग रहे हैं।’

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