Farmer Protest / खत्म हुआ धरना, मान ली गई किसानों की मांग- बॉर्डर पर अब भी लगा जाम

Zoom News : Feb 08, 2024, 07:20 PM
Farmer Protest: संसद मार्च पर निकले किसानों का धरना खत्म हो गया है. किसान नोएडा एक्सप्रेस-वे से हटने लगे हैं. किसानों का कहना है कि उन लोगों को आश्वासन दिया गया है कि एक हाई पावर कमेटी बनाई जाएगी, जो हमारी दिक्कतों का समाधान करेगी. हालांकि, अभी भी नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर भारी जाम लगा हुआ है. गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. किसानों का धरना खत्म होने के बाद नोएडा पुलिस की अब पहली प्राथमिकता जाम को खत्म करा रास्ते क्लीयर कराना है. चिल्ला बॉर्डर, कालिंदी कुंज पुल, डीएनडी फ्लाईओवर, दलित प्रेरणा स्थल, अट्टा चौक और रजनीगंधा चौक पर गाड़ियां अभी भी जस की तस खड़ी हैं. राहगीर काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं.

बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन जब किसानों की मांग को लेकर प्राधिकरण गंभीर दिखाई नहीं दिया तो किसानों के सब्र का बांध टूट गया. किसानों ने गुरुवार को संसद तक पैदल मार्च का ऐलान कर दिया. विभिन्न किसान संगठन भी पैदल मार्च के समर्थन में उतर आए और दिल्ली की तरफ कूच कर दिए.

किसानों के पैदल मार्च को देखते हुए दिल्ली और नोएडा पुलिस अलर्ट हो गई. नोएडा पुलिस ने दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों पर बैरियर, JCB और ट्रक खड़ा कर रास्ता ही बंद कर दिया, जिससे किसान दिल्ली में दाखिल न होने पाएं. गुरुवार सुबह जब किसान नोएडा से दिल्ली की तरफ पैदल मार्च पर निकले तो विभिन्न रास्तों पर जाम लगना शुरू हो गया. जगह-जगह बैरियर लगे देख किसान वहीं धरना पर बैठ गए. किसानों के धरने पर बैठने से उन रास्तों से गुजरने वाली गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं.

धरना खत्म करने तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे, डीएनडी लूप, कालिंदी कुंज पुल, दलित प्रेरणा स्थल के आसपास, अट्टा चौक और नोएडा में रजनीगंधा चौक पर भारी ट्रैफिक देखा गया. जाम की स्थिति यहां तक थी कि गाड़ियां घंटों से एक ही जगह पर खड़ी थीं. ऐसी ही स्थिति गेटर नोएडा के परीचौक पर देखी गई. जाम पर नोएडा पुलिस ने कहा कि हमने पहले ही रास्तों को लेकर ट्रैफिक एडवाइजरी जारी थी और लोगों से आग्रह किया था कि जिन रास्तों से किसान कूच करेंगे, वहां से गुजरने में परहेज करें.

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