Share Market News / इस कंपनी का IPO सिर्फ 45 मिनट में 78% बुक हो गया, बोली के लिए खुला आज, GMP है शानदार

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स का IPO पहले दिन 45 मिनट में ही 78% सब्सक्राइब हो गया। ₹225-₹237 के प्राइस बैंड पर लॉन्च हुए इस इश्यू का साइज ₹460.43 करोड़ है। ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹105 तक पहुंच गया है। लिस्टिंग प्राइस ₹342 होने की संभावना, जिससे निवेशकों को 44.30% प्रीमियम मिल सकता है।

Share Market News: लैपटॉप और डेस्कटॉप रिफर्बिशिंग सेक्टर की अग्रणी कंपनी जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ को पहले दिन ही निवेशकों से शानदार समर्थन मिला है। 23 जुलाई, 2025 को लॉन्च हुआ यह आईपीओ महज 45 मिनट में 78% सब्सक्राइब हो गया, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। कंपनी ने इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड ₹225 से ₹237 प्रति शेयर तय किया है। ऊपरी प्राइस बैंड ₹237 पर कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹2,700 करोड़ से अधिक आंकी गई है।

आईपीओ का विवरण

कुल इश्यू साइज ₹460.43 करोड़ का है, जो दो हिस्सों में बंटा है:

  • फ्रेश इश्यू: ₹400 करोड़ के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे।

  • ऑफर फॉर सेल (OFS): प्रमोटर्स द्वारा 25.5 लाख शेयर बेचे जाएंगे, जिनकी वैल्यू लगभग ₹60.43 करोड़ है।

कंपनी ने बताया कि आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  • कर्ज चुकाने के लिए

  • वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए

  • सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए

ग्रे मार्केट में शानदार प्रीमियम

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) वर्तमान में ₹105 है। यदि शेयर ₹237 (ऊपरी प्राइस बैंड) पर लिस्ट होता है, तो अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹342 हो सकता है, जो 44.30% के प्रीमियम को दर्शाता है। यह निवेशकों के लिए आकर्षक रिटर्न की संभावना को दर्शाता है।

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स: रिफर्बिशिंग सेक्टर में अग्रणी

जीएनजी इलेक्ट्रॉनिक्स भारत के साथ-साथ वैश्विक बाजारों जैसे अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और यूएई में लैपटॉप और डेस्कटॉप रिफर्बिशिंग सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी है। कंपनी की मजबूत उपस्थिति और रिफर्बिश्ड इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग ने इसे निवेशकों के बीच आकर्षक बनाया है।

बुक रनिंग लीड मैनेजर्स

इस आईपीओ के लिए मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज, और जेएम फाइनेंशियल बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के रूप में कार्य कर रहे हैं। इनके विशेषज्ञ मार्गदर्शन ने आईपीओ की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।