देश / इस बार गणतंत्र दिवस के शुभ मौके पर राजस्थान की बेटी रचेगी नया इतिहास

Zoom News : Jan 22, 2021, 02:10 PM
हाल ही में एक फिल्म गुंजन सक्सेना काफी चर्चा में रही थी. इसमें पायलट बनने की जद्दोजहद से झूजती लड़की की कहानी को दर्शाया गया था. कुछ ऐसी ही है स्वाति राठौड़ की सक्सेस स्टोरी. भारतीय वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्वाति राठौड़ इस बार गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर होने वाली फ्लाई पास्ट का नेतृत्व करेगी. भारतीय गणतंत्र दिवस के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी महिला पायलट को फ्लाई पास्ट का जिम्मा मिला है.

बेटी की इस उपलब्धि पर अजमेर में रह रहे उनके माता पिता बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं. कृषि विभाग के उपनिदेशक पद पर तैनात स्वाति के पिता डॉ. भवानी सिंह राठौड़ कहते है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है. बचपन में देखा सपना उसका पूरा हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील भी की है कि वे अपनी बेटियों के सपनों को मंजिल तक पहुंचाने में उन पर भरोसा रखते हुए कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करे.


राजस्थान के नागौर जिले के छोटे से गांव प्रेमपुरा में पैदा हुई स्वाति की स्कूली शिक्षा अजमेर में हुई. इसी दौरान एक पेंटिंग कम्पटीशन में भाग लेते हुए स्वाति ने तिरंगा बनाकर अपने सपने को सबके सामने रख दिया. स्वाति के माता पिता ने उस सपने को पूरा करने में कोई कसर नहीं बाकी रखी. स्कूली शिक्षा के बाद कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एनसीसी एयर विंग ज्वॉइन करवाया.


स्वाति का सपना पायलट बनने का था और पहले ही प्रयास में वर्ष 2014 में उसका चयन हो गया. स्वाति का भाई मर्चेंट नेवी में है. स्वाति की उपलब्धि पर मां राजेश कंवर कहती है कि उन्होंने कभी बेटा बेटी में अंतर नही रखा. यही कारण है की आज उनकी बेटी इतिहास रचने जा रही है.


केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी मरुधरा की बेटी की सफलता पर उसे बधाई दी है. शेखावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि भारतीय गणतंत्र का उत्सव दिवस इस बार हमारे राजस्थान के लिए अत्यंत विशेष रहने वाला है. भारतीय समाज की वीर गाथाओं में नारी शक्ति का स्थान सदा से सम्माननीय रहा है. फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्वाति राठौड़ हमारे समाज की इस उपलब्धि का जीवंत उदाहरण है.


इक्कीसवीं सदी में बदलते भारत की यह एक अच्छी तस्वीर है जो समाज मे फैले भटकाव को दूर करने का काम कर रही है. बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नही है और समय समय पर बेटियों ने इसे साबित करके भी दिखाया है. फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्वाति राठौड़ की इस उपलब्धि पर वीरों की धरती मरुधरा को भी अभिमान है और उनके उज्जवल भविष्य की मंगलकामना करता है.

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