नई दिल्ली / यूपीएससी टॉपर इरा सिंघल ने बताया, शारीरिक अक्षमता के कारण उनके साथ हुई साइबर-बुलिंग

Jansatta : Jul 16, 2019, 09:58 AM
यूपीएससी 2014 की टॉपर रह चुकी इरा सिंघल सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग की शिकार हो गई। सोमवार को फेसबुक के माध्यम से उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा और उनकी पोस्ट पर गंदी बातें भी लिखी गई। फेसबुक पर एक पोस्ट में इरा ने अपनी दास्तान बताई और लिखा कि जिन्हें लगता हैं कि दिव्यांगों को कुछ झेलना नहीं पड़ता क्योंकि दुनिया के लोग उनके प्रति अच्छे हैं और दयावान, उनके लिए मैं कुछ अपने इंस्टाग्राम पर किए गए कमेंट्स पोस्ट कर रही हूं। भूपेश जसवाल नामक एक अकाउंट से मुझे ‘कुबड़ी’ लिखा गया और मुझे अपशब्द भी कहे गए। यह साइबर बुलिंग को दर्शाता है। इरा ने ट्रोलर का कमेंट शेयर करते हुए लिखा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह शख्स सिविल सर्वेंट बनना चाहता है। इरा ने आगे लिखा है कि, हमें ऐसे स्कूलों और शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है जो किसी भी चीज से ज्यादा एक बेहतरीन इंसान बनाने में ध्यान दें।

इरा ने साल 2014 में सिविल सेना परीक्षा में टॉप किया था। इरा दिव्यांग होने के बावजूद सामान्य वर्ग में अव्वल आने वाली पहली उम्मीदवार बनी थीं। इरा ने पहली बार साल 2010 में सिविल सेवा परीक्षा में बैठी थी और उन्होंने 815वीं रैंक हासिल की थी।

हालांकि दिव्यांग होने के चलते आईआरएस के लिए पोस्टिंग नहीं दी गई थी जिसके बाद उनके पिता ने नार्थ ब्लॉक के कैट से मुकदमा लड़ा था। इसके बाद इरा ने साल 2014 में पहली रैंक लाकर संघर्ष की नई कहानी लिखी थी। 2014 में टॉप करने के बाद हैदराबाद में उन्हें पोस्टिंग मिली। इरा शुरू से ही मेधावी रहीं लोरेंटो कांवेंट से लेकर दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग तक की परीक्षा में उन्हें हमेशा बेहतरीन अंक मिले और वह अव्वल रहीं।

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