Chandrashekhar Azad / प्रयागराज में हिंसा, चंद्रशेखर को रोके जाने के बाद पुलिस और लोगों पर पथराव

प्रयागराज के करछना में रविवार को जबरदस्त बवाल मचा। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को रोके जाने पर समर्थक भड़क उठे। दो घंटे तक सड़कों पर हिंसा, पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी हुई। पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। अब तक 20 कार्यकर्ता हिरासत में हैं और NSA व गैंगस्टर एक्ट की तैयारी है।

Chandrashekhar Azad: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में रविवार को हिंसा और अराजकता का भयावह मंजर देखने को मिला। भीम आर्मी प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को कौशांबी जाने से रोके जाने के बाद उनके समर्थकों ने करछना क्षेत्र में जमकर बवाल मचाया। उग्र भीड़ ने लगभग दो घंटे तक सड़कों पर तांडव किया, जिससे शहर में दहशत और अफरातफरी फैल गई।

चंद्रशेखर को रोके जाने के बाद हिंसा की शुरुआत

रविवार दोपहर चंद्रशेखर आज़ाद प्रयागराज से कौशांबी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया। इसके विरोध में भीम आर्मी के समर्थक भड़क उठे और करछना इलाके में हिंसक प्रदर्शन करने लगे। देखते ही देखते भीड़ ने भड़ेवरा बाजार को निशाना बनाना शुरू किया और सड़कों पर पुलिस व आम नागरिकों पर ईंट-पत्थर फेंकने लगे।

दो घंटे चला तांडव

करीब दो घंटे तक बाजार और उसके आसपास का इलाका हिंसा की चपेट में रहा। उपद्रवियों ने रोडवेज बसों और निजी वाहनों को निशाना बनाया, कई गाड़ियों को फूंक दिया। डायल 112 की पुलिस गाड़ी को पलट दिया गया और करछना थाने व आसपास की चौकियों के पुलिसकर्मियों को भी जान बचाकर भागना पड़ा। भीड़ इतनी उग्र थी कि पुलिस को मौके से पीछे हटना पड़ा।

पुलिस की स्थिति और जवाबी कार्रवाई

हिंसा की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल सीपी (अपराध) डॉ. अजयपाल शर्मा ने भारी पुलिस बल और प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) के साथ मौके पर मोर्चा संभाला। करीब 5:30 बजे तक हालात पर काबू पाया गया। इसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और उपद्रवियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

अब तक की कार्रवाई

पुलिस ने हिंसा में शामिल भीम आर्मी के 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। प्रशासन हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आरोपियों से वसूली जाएगी।