स्पोर्ट्स / विराट का खुलासाः बहुत मुश्किल था मैथ पढ़ना, 100 में से आते थे सिर्फ इतने नंबर

AMAR UJALA : Sep 08, 2019, 04:14 PM
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज में टीम की कमान संभालेंगे। इससे पहले एक अमेरिकी टीवी शो में विराट ने अपने जीवन से जुड़ी कई बातों के बारे में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि स्कूल के दिनों में गणित की वजह से उन्हें बहुत ही मुश्किलों का समाना करना पड़ा था। विराट ने कहा कि इतनी मेहनत तो क्रिकेट के लिए भी नहीं की जितनी 10वीं कक्षा में गणित में पास होने के लिए की थी।

कोहली ने अमेरिकी खेल पत्रकार ग्राहम बेनसिंगर से बातचीत में बताया कि गणित की परीक्षा 100 नंबर की होती थी और मेरे सिर्फ तीन नंबर आया करते थे। मुझे नहीं में आता था कि कोई गणित क्यों पढ़ता है। मुझे इसकी मुश्किलें समझ में नहीं आती थी, मैंने उन फॉर्मूलों को जीवन में कभी इस्तेमाल नहीं किया। विराट ने बताया कि वह स्कूल में कभी भी सबसे होशियार बच्चे नहीं रहे, लेकिन चीजें सीखने में तेज थे।

इससे पहले विराट ने कहा था कि, ‘ऐसा भी समय था जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरता था तो विपक्षी खेमे में मेरे प्रति कोई भय या सम्मान नहीं होता था। मैं मैदान में ऐसे नहीं जाना चाहता कि विपक्षी टीम सोचे कि यह खिलाड़ी इतना खतरनाक नहीं है। मैं सिर्फ कोई अन्य खिलाड़ी नहीं बनना चाहता था, क्योंकि मैं प्रभाव डालना चाहता था। मैं चाहता था कि जब मैं चलूं तो टीमों को सोचना चाहिए कि हमें इस खिलाड़ी को आउट करना चाहिए वर्ना हम मैच गंवा देंगे।

अपने आदर्श सचिन तेंडुलकर के बतौर क्रिकेटर वह सर्वश्रेष्ठ मानते हैं, जबकि खुद को वह कड़ी मेहनत का नतीजा मानते हैं। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि जब मैं आया था, तो मैं इतना कौशल रखने वाला खिलाड़ी नहीं था, लेकिन मेरी एक चीज निरंतर रही कि मैं खुद पर काम करता रहा। अगर भारतीय टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना है तो उसे एक निश्चित तरीके से खेलने की जरूरत थी।


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