राजस्थान / जयपुर में लाल बत्ती सिग्नल पर क्यों रुक गए राज्यपाल कलराज मिश्र

नव मनोनीत राज्यपाल कलराज मिश्र सोमवार को मोती डूंगरी गणेश मंदिर जाते वक्त लाल बत्ती सिग्नल पर रुक गए। न ही किसी तरह का ट्राफिक रोका गया। राज्यपाल की इस तरह की गतिविधियों से राजभवन के अधिकारी, पुलिस के लोग और स्थानीय नेता आश्चर्य में रहे। मिश्र का कहना है कि लोगों की सुविधा का ध्यान महत्वपूर्ण है।

        जयपुर। नव मनोनीत राज्यपाल कलराज मिश्र सोमवार को मोती डूंगरी गणेश मंदिर जाते वक्त लाल बत्ती सिग्नल पर रुक गए। न ही किसी तरह का ट्राफिक रोका गया। राज्यपाल की इस तरह की गतिविधियों से राजभवन के अधिकारी, पुलिस के लोग और स्थानीय नेता आश्चर्य में रहे। मिश्र का कहना है कि लोगों की सुविधा का ध्यान महत्वपूर्ण है। वीआईपी लाइफ नहीं। 
मनोनीत राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार को प्रातः अपने दिन की शुरूआत मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर में दर्शन करके की। मनोनीत राज्यपाल मिश्र ने अपनी पत्नी श्रीमती सत्यवती मिश्रा के साथ गणेश जी की पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
मिश्र के लिए राजभवन अतिथि गृह में अशोक स्तम्भ लगी गाड़ी लगाई तो उन्हाेंने यह कहते हुए मना किया कि हमें लोगों की सुविधा का ध्यान रखना है। इसलिए साधारण गाडी लगाओ। मिश्र ने पुलिस जाब्ता लगाने को भी मना किया। मिश्र आम आदमी की तरह राजभवन से निकले। कहीं भी ट्राफिक नहीं रोका गया। यहां तक कि चौराहे पर लाल बत्ती पर उनकी गाड़ी रुकी रही। मिश्र की गतिविधि देखकर राजभवन के अधिकारी, पुलिस बल और आम आदमी आश्चर्यचकित रहा। 
राम बाग सर्किल पर लाल बत्ती पर साधारण गाडी में बैठे कलराज मिश्र को देखकर मोटर साइकिल पर पीछे बैठा एक बच्चा जोर से बोला की पापा देखो यह नए राज्यपाल इस गाड़ी में बैठे हैं। बच्चा और पिता ही नहीं चौराहे पर हरी बत्ती होने का इंतजार कर रहा प्रत्येक व्यक्ति मनोनीत राज्यपाल मिश्र को साधारण गाड़ी में बैठे और उनकी गाड़ी को लाल बत्ती पर खड़ी देखकर आश्यर्चचकित था।