Live Hindustan : Feb 21, 2020, 03:23 PM
राजस्थान: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार (20 फरवरी) को कहा कि राजस्थान के नागौर जिले में दो दलित युवकों के साथ कथित रूप से बर्बर तरीके से मारपीट के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। इस बीच पुलिस ने रविवार (16 फरवरी) को हुई इस घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।गहलोत ने इस घटना को 'वीभत्स' बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि इस मामले में तत्काल व प्रभावी कार्रवाई की गई है। अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गहलोत ने लिखा है, ''किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों को कानून के हिसाब से सजा मिलेगी और हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों को न्याय मिले।
विधानसभा में उठा मुद्दा
यह मुद्दा गुरुवार को राज्य विधानसभा में भी उठा। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक सदन के आसन के सामने आ गए और इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इन्होंने हाथ में बैनर ले रखे थे। हालांकि बजट के मद्देनजर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने उनसे अपने-अपने स्थानों पर लौटने को कहा तो वे सदन से बहिर्गमन कर गए। इसके बाद ये तीनों विधायक नारायण बेनीवाल (खींवसर), इंद्रा देवी (मेड़ता) व पुखराज (भोपालगढ) हाथ में बैनर लेकर विधानसभा भवन की सीढियों पर धरने पर बैठ गए।वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी ट्वीट से ही काम चला सकते हैं। जनता और उनकी पार्टी की सरकार गांधी की बातों को कितना तरजीह देती है यह हमने इससे पहले के प्रकरणों में देखा है। उन्होंने कहा, ''अच्छा है अगर राहुल गांधी की ट्वीट से अशोक गहलोत सरकार सक्रिय हो जाए तो राजस्थान के लोगों को न्याय मिल जाएगा।"
16 फरवरी की घटना
दलित युवकों के साथ कथित मारपीट की यह घटना 16 फरवरी की है जो पांचौड़ी थाना क्षेत्र के करूनूं गांव में मोटरसाइकिल की सर्विस एजेंसी पर हुई। एजेंसी के लोगों ने दो युवकों पर चोरी का आरोप लगाते हुए उनके साथ बुरी तरह मारपीट की। इसका वीडियो भी बना लिया। यह वीडियो वायरल होने पर पीड़ितों ने मामला दर्ज करवाया वहीं एजेंसी की ओर से दोनों के खिलाफ पैसे चुराने के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया है। नागौर के पुलिस उपाधीक्षक मुकुल शर्मा ने बताया कि इस प्रकरण में भीम सिंह, आईदान सिंह, हड़मान सिंह, रघुवीर सिंह, शैल सिंह, छत्तर सिंह और रहमतुल्ला को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और एससीएसटी कानून की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि दलित युवकों की कथित रूप से बर्बर तरीके से पिटाई का यह मामला बड़ा प्रकरण बन गया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना को 'भयावह और वीभत्स करार देते हुए गहलोत सरकार से कहा कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करे। गांधी ने ट्वीट किया, ''राजस्थान के नागौर जिले में दो दलित नौजवानों को बर्बरता के साथ प्रताड़ित किए जाने का हालिया वीडियो भयावह और वीभत्स है।"उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी इसे गंभीर घटना बताया है। उन्होंने ट्वीट किया है, ''नागौर जिले में दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई का मामला गंभीर है। राज्य में कानून व्यवस्था सुदृढ़ रहे और हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे, यह सरकार की प्राथमिकता है।" उन्होंने कहा कि यदि कोई कानून-व्यवस्था को हाथों में लेने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख़्त कार्यवाही होगी।In the horrific incident in Nagaur, immediate and effective action has been taken and seven accused have been arrested so far. Nobody will be spared. The culprits will be punished according to the law and we will ensure that the victims get justice.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 20, 2020
विधानसभा में उठा मुद्दा
यह मुद्दा गुरुवार को राज्य विधानसभा में भी उठा। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक सदन के आसन के सामने आ गए और इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इन्होंने हाथ में बैनर ले रखे थे। हालांकि बजट के मद्देनजर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने उनसे अपने-अपने स्थानों पर लौटने को कहा तो वे सदन से बहिर्गमन कर गए। इसके बाद ये तीनों विधायक नारायण बेनीवाल (खींवसर), इंद्रा देवी (मेड़ता) व पुखराज (भोपालगढ) हाथ में बैनर लेकर विधानसभा भवन की सीढियों पर धरने पर बैठ गए।वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी ट्वीट से ही काम चला सकते हैं। जनता और उनकी पार्टी की सरकार गांधी की बातों को कितना तरजीह देती है यह हमने इससे पहले के प्रकरणों में देखा है। उन्होंने कहा, ''अच्छा है अगर राहुल गांधी की ट्वीट से अशोक गहलोत सरकार सक्रिय हो जाए तो राजस्थान के लोगों को न्याय मिल जाएगा।"
16 फरवरी की घटना
दलित युवकों के साथ कथित मारपीट की यह घटना 16 फरवरी की है जो पांचौड़ी थाना क्षेत्र के करूनूं गांव में मोटरसाइकिल की सर्विस एजेंसी पर हुई। एजेंसी के लोगों ने दो युवकों पर चोरी का आरोप लगाते हुए उनके साथ बुरी तरह मारपीट की। इसका वीडियो भी बना लिया। यह वीडियो वायरल होने पर पीड़ितों ने मामला दर्ज करवाया वहीं एजेंसी की ओर से दोनों के खिलाफ पैसे चुराने के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया है। नागौर के पुलिस उपाधीक्षक मुकुल शर्मा ने बताया कि इस प्रकरण में भीम सिंह, आईदान सिंह, हड़मान सिंह, रघुवीर सिंह, शैल सिंह, छत्तर सिंह और रहमतुल्ला को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और एससीएसटी कानून की धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।