Coronavirus / दिल्ली में कैसे कंट्रोल होगा कोरोना? शाह के साथ बैठक में केजरीवाल ने रखा ये फॉर्मूला

AajTak : Jun 14, 2020, 01:09 PM
नई दिल्ली | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ रविवार को हुई मीटिंग में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र के सामने कई मांगें रखी हैं। दिल्ली सरकार चाहती है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के लिए क्षमता बढ़ाई जाए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज होना चाहिए।

दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से कहा कि प्राइवेट अस्पतालों पर कैपिंग रेट लागू किया जाए। प्राइवेट लैब्स में भी कोरोना टेस्ट किया जाए जहां जांच की कीमत किफायती रखी जाए। कोरोना टेस्ट भी अन्य बीमारियों में होने वाले टेस्ट की तरह ही होना चाहिए और रिपोर्ट आसानी से मिलनी चाहिए।

केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में प्राइवेट अस्पतालों की मॉनिटरिंग के लिए एक कमेटी बनाई जाए। साथ ही अगले सप्ताह तक कोरोना मरीजों के लिए 20 हजार अतिरिक्त बेड का इंतजाम किया जाए। कुछ होटलों और बैंक्वेट हॉल को आइसोलेशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल किया जाए।

कोरोना से निपटने पर विचार विमर्श

बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस के हालात को लेकर रविवार को गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक बुलाई। इस उच्च स्तरीय बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन, एम्स के निदेशक डॉ। रणदीप गुलेरिया, दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल सहित गृह मंत्रालय के अन्य अधिकारी शामिल हुए।

गृह मंत्री की यह बैठक इस मायने में भी खास है, क्योंकि राजधानी में कोरोना के कारण बिगड़ते हालात के पीछे केंद्र, राज्य और एमसीडी प्रशासन के बीच उचित तालमेल न होने की बातें सामने आती रही हैं। दिल्ली सरकार और एमसीडी प्रशासन के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी होता रहा है।

गृह मंत्री ने यह बैठक ऐसे समय बुलाई थी, जब दिल्ली में रोजाना कोरोना के मामले 2 हजार से ऊपर आने लगे हैं। शनिवार के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में एक दिन में 2134 नए कोरोना मरीज मिले। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में अब कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 38,958 हो चुकी है। दिल्ली में इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 1271 लोग जान गंवा चुके हैं। एक अच्छी बात यह है कि दिल्ली में अब तक 14945 मरीजों का इलाज किया जा चुका है।

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