जैसलमेर / मरुधरा में आकर्षित कर रहा है ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी एमू, खिंचवाता है सेल्फी

Zoom News : Jul 11, 2020, 04:35 PM

जैसलमेर: आमतौर पर आपने ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी एमू टीवी या किसी विशेष स्थानों पर देखा होगा लेकिन यह एमू पक्षी जैसलमेर के मरुस्थल में देख हर कोई अचंम्भित हो जाता है.  

जैसलमेर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित आकल वुड फॉसिल पार्क में ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पक्षी एमू आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आकल वुड फॉसिल पार्क में एमू के होने से लोगों में इसके प्रति क्रेज बढ़ गया है. लोग आकल वुड फॉसिल पार्क के साथ एमू के साथ समय भी बिता रहे हैं.

आमतौर लोग छोटे पक्षियों में चिड़िया, तोता, कबूतर और थोड़े बड़े में गोडावण के प्रति आकर्षित है लेकिन इस विशालकाय पक्षी के इस क्षेत्र में मिलने के कारण लोगों में इसे देखने का जबरदस्त क्रेज है. ऑस्ट्रेलिया का विशालकाय पक्षी एमू शतुरमुर्ग के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पक्षी है. इसकी ऊंचाई लगभग 2 मीटर होती है, जिससे यह आम लोगों के साथ घुलमिल भी जाता है.  एमू पक्षी विशालकाय होने के साथ ही एक अजीब आवाज भी निकालता है. 


लोगों में सेल्फी लेने की दीवानगी को देख देखकर अब यह आस्ट्रेलियन पक्षी भी सेल्फी का शौकीन हो गया है. वुड फॉसिल पार्क में घूमने आने वालों के साथ यह पक्षी स्वत: ही आकर खड़ा हो जाता है, जिसका मतलब सेल्फी लेना होता है. उसके बाद लोग इसकी गर्दन पर हाथ रखने के साथ ही बड़े शौक के साथ सेल्फी लेते हैं.  

अपने साथ सेल्फी लेने वाले के साथ सेल्फी लेने के बाद एमू एक अजीब आवाज निकालता है, जिससे पास में खड़ा व्यक्ति एकबारगी डर भी जाता है.  लेकिन यह पक्षी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है, जिससे लोग इसके साथ खड़े होकर सेल्फी खिंचवाते हैं. 

क्या कहना है अधिकारियों का
डीएनपी के अधिकारी बताते हैं कि एमू ऑस्ट्रेलिया का पक्षी है. लोग अंडे बेचने के लालच में इन्हें यहां ले आए होंगे लेकिन उसके बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया है हालांकि यह वन्यजीव में नहीं आता है लेकिन पार्क के कर्मचारियों ने अपने पास रख लिया है. अब यह उनसे घुलमिल भी गया है. एमू के पंख बड़े चमकीले और सुन्दर होते हैं. नर तथा मादा दोनों के गले के पास एक विचित्र सी थैली होती है, जिसमें हवा भर कर यह अनोखी आवाज निकालता है. एमू की टांगे मजबूत और शक्तिशाली होती है. इनकी सहायता से यह पचास कि. मी. प्रति घंटा की गति से सरलता से भाग सकता है.

एमू के पैरो में कैसोवरी के समान कोई तेज धारदार कांटा तो नहीं होता, फिर भी इसकी ठोकर शुतुरमुर्ग तथा कैसोवरी के समान ही खतरनाक होती है.  सामान्यतया यह अपने शत्रुओ से डर कर भागता नहीं है, बल्कि उनका मुकाबला करता है. जैसलमेर के मरुस्थल में इस पक्षी को देख हर कोई मोहित हो रहा है.

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