कर्नाटक / महाराष्ट्र में झटके के बाद कर्नाटक में भाजपा को मिली बड़ी राहत, कांग्रेस की बढ़ेंगी दिक्कतें

Live Hindustan : Dec 10, 2019, 10:56 AM
कर्नाटक में भाजपा ने 15 विधानसभा उपचुनावों में 12 सीटों पर दर्ज तक राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है। इन नतीजों से कांग्रेस व जेडीएस को करारा झटका लगा है। भाजपा के लिए यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि हाल में महाराष्ट्र में कर्नाटक की तरह ही राजनीतिक परिस्थितियों में सरकार बनी है। यह उपचुनाव कांग्रेस के 12 व जेडीएस के तीन विधायकों के इस्तीफों के कारण हुए थे। इनमें कांग्रेस को महज दो और जेडीएस को कोई सीट नहीं मिली है।

महाराष्ट्र के झटके के बाद भाजपा को इसी तरह की जीत की जरूरत थी, जिससे वह पूरे देश के अपने कार्यकर्ताओं को संदेश दे सके कि महाराष्ट्र में जो हुआ उससे भाजपा को कोई नुकसान नहीं हुआ है। साथ ही महाराष्ट्र की आने वाले दिनों की राजनीति के लिए भी उसके संकेत दे दिए हैं। 

भाजपा को जहां इसका आने वाले दिनों में लाभ मिलेगा, वहीं कांग्रेस की दिक्कतें बढ़ेंगी। महाराष्ट्र में सत्ता में हिस्सेदारी से उसे जो राजनीतिक लाभ मिला था, वह कर्नाटक की हार में दब सकता है।

भाजपा की जीत के कारण

1. मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बेहतर तरीके से लोगों में कांग्रेस व जेडीएस के झगड़े को भुनाया।

2. येदियुरप्पा के लिए यह सबसे बड़ी प्रतिष्ठा के चुनाव थे क्योंकि उन्होंने वादा किया था कि सभी को मंत्री बनाएंगे।

3. विधानसभा चुनावों के बाद जिस तरह से भाजपा की सरकार गिराकर कांग्रेस व जेडीएस ने सरकार बनाई थी उससे जनता नाराज थी।

4. कांग्रेस और जेडीएस के अलग होने के कारण भाजपा को मिला लाभ।

5. साल भर के अंदर दो सरकारों के गिरने के कारण जनता ने स्थिरता के लिए दिया वोट।

कांग्रेस की हार के कारण

1. उपचुनावों में हमेशा सत्ताधारी दल को फायदा मिलता है।

2. प्रदेश सरकार के कई बड़े नेता चुनाव प्रचार से दूर रहे।

3. पार्टी चुनाव प्रबंधन और प्रचार में मुकाबला नहीं कर पाई।  

4. पार्टी उपचुनावों में बेहतर उम्मीदवार नहीं खड़ा कर सकी।

5. चुनाव में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का फायदा नहीं मिला।

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