Rajasthan News / 'कर्नाटक की तरह राजस्थान में बीजेपी की दुर्गति होगी'- डोटासरा

Zoom News : Jun 21, 2023, 08:45 PM
Rajasthan News: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीजेपी कर्नाटक, पंजाब मोदी के चेहरे पर लड़ी थी वहां दुर्गति हुई, अब राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी में भी वैसी ही दुर्गति होगी। डोटासरा ने कहा- बीजेपी के नेता यह नहीं बता पा रहे हैं कि हमारा चेहरा कौन होगा। बार-बार कहते हैं कि मोदी जी हमारा चेहरा होंगे। मोदी जी तो कर्नाटक और पंजाब भी चेहरा थे, इन दोनों राज्यों में बीजेपी की क्या दुर्गति हुई वह सबके सामने है।अब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी इसी तरीके से मोदीजी के चेहरे पर चुनाव लड़ना चाहते हैं । यहां भी ऐसी ही दुर्गति होने वाली है। डोटासरा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

डोटासरा ने कहा- नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बीजेपी संगठन के कार्यक्रमों की घोषणा कर देते हैं। जबसे सीपी जोशी प्रदेशाध्यक्ष बने हैं, उसके बाद में एक भी कार्यक्रम संगठन जारी नहीं करता, सारे कार्यक्रमों की घोषणा राजेंद्र राठौड़ करते हैं । बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि फिर सीपी जोशी को अध्यक्ष बनाया ही क्यों जब उनकी इतनी ही नहीं चलती। उनको पता ही नहीं है कब क्या प्रोग्राम करना है वह प्रोग्राम की घोषणा कर रहे हैं। बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ हावी हैं। बीजेपी संगठन का कोई काम ही नहीं है। संगठन का कोई थोड़ा बहुत काम करते थे तो सतीश पूनिया करते थे, कोई बड़ा आंदोलन और बड़ा प्रदर्शन तो पूनिया भी नहीं कर पाए थे, लेकिन अब तो बीजेपी संगठन पूरी तरह निष्क्रिय हो गया है।

बीजेपी ने ओबीसी प्रदेशाध्यक्ष को हटाया और ये ओबीसी हितेषी का दावा करते हैं

डोटासरा ने कहा- बीजेपी वाले बार-बार ओबीसी के हितेषी होने का दावा करते हैं। आप अगर ओबीसी हितैषी हैं, तो फिर ओबीसी के प्रदेशाध्यक्ष को हटाकर जनरल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इन्हें ओबीसी की बात नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी जाति धर्म की बात नहीं करती, हम लोग 36 कौम की बात करते हैं। बीजेपी वाले वोट लेने के लिए किसी वर्ग विशेष की बात करके और फिर उसी वर्ग विशेष के ऊपर अन्याय अत्याचार करते हैं।

बीजेपी नेताओं के कहने से आता कौन है

डोटासरा ने कहा- नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता पांच लाख लोगों के साथ सचिवालय घेराव की घोषणा कर रहे हैं। पिछली बार भी इन्होंने प्रदर्शन किया था, 1500 लोग इकट्ठे कर पाए थे। अब उसी हिसाब से हम मानें तो ये कितने लोग इकट‌्ठा कर पाएंगे। ये घोषणा की 15 फीसदी भीड़ भी नहीं जुटा पाएंगे। इनके कहने से आता कौन है, आप देखिए इनके संगठन की क्या दुर्गति कर रखी है।

राठौड़ डींग हांकने की जगह चूरू पर ध्यान दें

डोटासरा ने कहा- राजेंद्र राठौड़ को डींग हांकने की जगह चूरू पर ध्यान देना चाहिए। मैं पहले भी कह चुका कि राठौड़ चूरू से चुनाव नहीं लड़ेंगे। राजेंद्र राठौड़ कह दें कि चूरू से लड़ेंगे, आज तक वे बोले नहीं हैं। बीजेपी के नेता ही कह रहे हैं कि हम तो कहीं टिक नहीं पा रहे हैं ,क्योंकि हमें पता है कि हमारा लीडर पता नहीं ,कौन होगा। बीजेपी से जनता जवाब मांगेगी। बीजेपी के नेता जब जनता के बीच जाएंगे तो लोग पूछेंगे कि आपको गौ माता के नाम से वोट लिया, आपने गो माता के लिए क्या किया। किसान के लिए क्या किया।

किसान बीजेपी से नाराज, केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा किसान को ही परेशान किया

डोटासरा ने कहा- सहकारी बैंकों का किसानों का पूरा कर्जा माफ हुआ। कमर्शियल बैंक केंद्र सरकार के अधीन हैं, इन बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों को राहत देने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा था लेकिन केंद्र सरकाार सहयोग नहीं कर रही है। केंद्र को कई बार लिखने के बावजूद सेटलमेंट नहीं किया।

बीजेपी और केंद्र सरकार ने किसानों को बेटों के साथ जो अन्याय किया है वह सबको पता है। सेना में सबसे ज्यादा किसान परिवारों के बच्चे ही जाते हैं, केंद्र सरकार ने अग्निपथ स्कीम लाकर सेना में भर्ती होने के चार साल बाद ही निकालने का प्रावधान कर दिया। इसकी सबसे ज्यादा मार किसान परिवारों के बच्चों पर ही पड़ी है। सबसे ज्यादा किसान का बेटा प्रभावित हुआ है। ये झुंझुनू में किसान के नाम की रैली कर रहे हैं लेकिन वहां का किसान बहुत परेशान है। शेखावाटी क्षेत्र में हजारों युवा अग्नपथ स्कीम से प्रभावित हुए हैं।

बीजेपी वाले झुंझुनू सोच समझकर जाएं, वहां का किसान बहुत आक्रोशित

डोटासरा ने कहा- अग्निपथ स्कीम का युवाओं ने जमकर विरोध किया था, आंदोलन किया था, विरोध कर रहे युवाओं को बीजेपी सरकार ने यह कहकर धमकाया कि इसका विरोध करने वालों को सेना सहित कहीं नौकरी नहीं दी जाएगी। ऐसा कहकर किसान के बेटों को दबाया, डराया धमकाया। इसके खिलाफ किसानों में आक्रोश है, इसलिए झुंझुनू में जाएं तो सोच समझ कर जाएं क्योंकि वहां का किसान बहुत परेशान है और बीजेपी को लेकर आक्रोशित है। झुंझुनू हरियाणा का बॉर्डर है, हरियाणा में किसानों ने इनकी बीजेपी सरकार की जो दुर्गति कर रखी है वह भी उनके ध्यान में रहना चाहिए। बीजेपी वाले किस मुंह से किसान की बात कर रहे हैं, किस मुंह से यह कह रहे हो कि हम किसान के हितेषी हैं।

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