शर्मनाक / 80 साल की बुजुर्ग महिला के साथ युवक ने किया दुष्कर्म, स्वाति मालीवाल बोलीं- यहां कोई सुरक्षित नहीं

AMAR UJALA : Sep 09, 2020, 02:12 PM
दिल्ली के छावला इलाके में एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी है। 80 साल की बुजुर्ग महिला के साथ 33 साल के युवक ने दुष्कर्म किया। पीड़िता उसे अपनी उम्र की दुहाई देकर छोड़ने के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन आरोपी ने जबरदस्ती उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। विरोध करने पर आरोपी ने महिला की पिटाई भी की। इस बीच गांव के कुछ लोगों को इसकी भनक लग गई और उन्होंने आरोपी को रंगेहाथ दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। 

छावला थाना पुलिस ने महिला का मेडिकल करवाने के बाद दुष्कर्म और मारपीट का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है। दूसरी तरफ इलाज के बाद बुजुर्ग महिला को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान रेवला खानपुर निवासी सोनू (33) के रूप में हुई है। वह पलंबर का काम करता है। छावला की रहने वाली 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला सोमवार शाम अपने घर के बाहर दूध वाले का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान सोनू उसके पास आया और बताया कि आज दूधवाला नहीं आएगा। वह उसे दूध वाले के पास ले जाएगा।

सोनू बुजुर्ग महिला को साथ लेकर रेवला खानपुर पहुंचा। जहां एक सुनसान जगह पर वह महिला के साथ जोर जबरदस्ती करने लगा। महिला अपनी उम्र का हवाला देते हुए आरोपी से रहम की भीख मांगती रही। आरोपी को पीड़िता ने बार-बार याद दिलाया कि वह उसके दादी की उम्र की है।

डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष मालीवाल बोलीं- यहां कोई सुरक्षित नहीं

बावजूद इसके आरोपी का दिल नहीं पसीजा। यही नहीं, इस दौरान जब महिला ने अपने बचाव की कोशिश में आरोपी का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट भी की गई। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर कुछ गांव वालों को इसकी भनक लगी और वह मौके पर पहुंचकर आरोपी को दबोच लिया और उसकी पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया।

मौके पर पहुंची पुलिस ने बुजुर्ग महिला के बेटे को बुलाया और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया। मेडिकल करवाने के बाद पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने की मुलाकात 

दिल्ली महिला आयोग स्वाति मालीवाल और सदस्य वंदना सिंह मंगलवार शाम पीड़िता के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। स्वाति मालीवाल ने बताया कि जब से आयोग के सदस्य को घटना की जानकारी मिली है वह पीड़िता के साथ हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छह माह की बच्ची से लेकर 80 साल की बुजुर्ग महिला तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। इस उम्र में महिला को प्रताडना सहना पड़ा है। पीड़िता भी लगातार आरोपी को फांसी देने की मांग कर रही हैं। इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग इंसान नहीं बल्कि जानवर हैं। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि आरोपी को हर हाल में छह माह के भीतर फांसी होनी चाहिए। 

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