India-Nepal / भगवान राम को नेपाली बताने वाला पड़ोसी बुद्ध को भारतीय कहने पर भड़का

Live Hindustan : Aug 09, 2020, 07:47 PM
India-Nepal: विदेश मंत्री एस जयशंकर के भगवान बुद्ध से जुड़े बयान पर रविवार (9 अगस्त) को विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में हुआ था और वह स्थान नेपाल में है। दरअसल विदेश मंत्री ने शनिवार (8 अगस्त) को सीआईआई शिखर सम्मेलन में ऑनलाइन वार्ता के दौरान भगवान बुद्ध को भारतीय कहा था और नेपाल ने इस पर आपत्ति जताई थी।

जयशंकर के बयान पर नेपाल ने सख्त प्रतिक्रिया दी थी। नेपाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था, यह "ऐतिहासिक और पुरातात्विक साक्ष्यों से यह तथ्य स्थापित और निर्विवाद तौर पर साबित हुआ है कि गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुम्बिनी में हुआ था। बुद्ध का जन्मस्थान और बौद्ध धर्म का उत्पति केंद्र लुम्बिनी यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक है।” विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा सीआईआई के एक कार्यक्रम में दिए गए बयान के हवाले से मीडिया की तरफ से पूछे गए एक सवाल के जवाब में नेपाल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बात कही।

क्या कहा था विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने

सीआईआई के कार्यक्रम में जयशंकर ने भारत की विदेश नीति के बारे में कहा था कि देश उचित एवं समानता वाली दुनिया के लिए प्रयास करेगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय नियमों और मानकों की वकालत नहीं करने से ''जंगल राज" हो सकता है। उन्होंने कहा था कि अगर हम कानून एवं मानकों पर आधारित विश्व की वकालत नहीं करेंगे तो निश्चित रूप से "जंगल का कानून" होगा। विदेश मंत्री ने कहा था कि दो "सबसे महान भारतीय" भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी के संदेशों को अब भी पूरी दुनिया में मान्यता मिलती है।

ओली ने भगवान राम को बताया था नेपाली

इससे पहले नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने भगवान राम को नेपाली बताकर विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था, "असली अयोध्या नेपाल में है, न कि भारत में। भगवान राम नेपाली हैं न कि भारतीय।" हालांकि, खुद उनकी पार्टी के नेताओं और नेपाल के लोगों ने ओली के बयान की निंदा की थी। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के नेता बामदेव गौतम ने बिना किसी सबूत इस तरह के दावे को लेकर पीएम की ओलोचना की थी।  इतना ही नहीं, केपी शर्मा ओली ने नेपाल में राम की मूर्ति बनवाने और इसे भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में प्रचारित करने का आदेश भी दिया है। चितवन के स्थानीय अधिकारियों से फोन पर बात करते हुए ओली ने कहा कि सभी सबूत यह साबित करते हैं कि भगवान राम का जन्म नेपाल की अयोध्यापुरी में हुआ था, भारत में नहीं। उन्होंने सबूत जुटाने के लिए खुदाई कराने का भी आदेश दिया है।

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