Iran-Israel War / तेहरान और तेल अवीव में हो रहे धमाके, चीन ने दी धमकी, ट्रंप ने बुलाई आपात बैठक!

इजराइल और ईरान के बीच युद्ध पांचवें दिन भी जारी है। तेल अवीव और तेहरान में धमाकों की गूंज है। इजराइल ने ईरानी टीवी मुख्यालय पर हमला किया। ट्रंप ने तेहरान खाली करने और परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर की बात कही। चीन ने क्षेत्रीय युद्ध का खतरा जताया।

Iran-Israel War: मध्य पूर्व में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष अब और अधिक उग्र रूप ले चुका है। पांचवें दिन भी दोनों देशों के बीच हवाई हमले जारी हैं। सोमवार को इजराइल ने ईरानी सरकारी टीवी IRIB के मुख्यालय पर बमबारी की, जबकि राजधानी तेहरान में तेज धमाकों की आवाजें सुनी गईं।

इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईरान को पहले ही अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर समझौता कर लेना चाहिए था, जिससे मिसाइल हमले रोके जा सकते थे। ट्रंप ने तेहरान खाली करने की भी अपील की और कनाडा में चल रहे G7 सम्मेलन से वापस लौटने का फैसला किया। वॉशिंगटन लौटने से पहले उन्होंने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है।

इजरायली सेना का बड़ा दावा

इजरायली सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि उनके फाइटर जेट्स ने तेहरान में कुद्स फोर्स से जुड़े दस कमांड सेंटरों को निशाना बनाया है। कुद्स फोर्स, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की वह शाखा है, जो विदेशों में सैन्य व खुफिया ऑपरेशन चलाती है।

ईरान की सफाई – हमारा परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण

ईरान की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि उनका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी माना है कि 2003 के बाद से ईरान ने परमाणु हथियार निर्माण का कोई संगठित प्रयास नहीं किया है, हालांकि संवर्धित यूरेनियम की मौजूदा मात्रा परमाणु बम निर्माण के लिए काफी मानी जा रही है।

अमेरिका में इजरायली राजदूत का बड़ा बयान

सीएनएन के अनुसार, अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर ने कहा कि फोर्डो जैसे भूमिगत परमाणु ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता सिर्फ अमेरिका के पास है। उन्होंने कहा कि यह एक सामरिक फैसला है जिसे अमेरिका को ही लेना है।

ईरान ने आईआरआईबी हमले को बताया युद्ध अपराध

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाकेई ने कहा कि लाइव टीवी ब्रॉडकास्ट के दौरान हुआ यह हमला एक "युद्ध अपराध" है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से अपील की कि वह इस "दुष्ट हमलावर" को रोके।

चीन ने दी चेतावनी

चीन ने संघर्ष को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्री वांग यी ने दोनों देशों से संपर्क बनाए रखा है। चीनी प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि यदि युद्ध बढ़ा, तो पूरे मिडिल ईस्ट क्षेत्र को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

ट्रंप का ट्रुथ पोस्ट

ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “अमेरिका फर्स्ट का मतलब है कि ईरान कभी परमाणु हथियार नहीं पाए। अमेरिका को फिर से महान बनाओ!”

इजरायल की चेतावनी – मिसाइल हमलों के लिए तैयार रहें

इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने चेतावनी जारी की है कि ईरान की ओर से मिसाइल दागे जा रहे हैं। देश की सभी रक्षात्मक प्रणालियां सक्रिय कर दी गई हैं। नागरिकों को सुरक्षित स्थानों में जाने और आगे के आदेश तक वहीं रहने को कहा गया है।