गाजियाबाद अग्निकांड / 20 दिन पहले अवैध फैक्ट्री पर पड़ा था छापा, फिर भी चालू था पटाखा बनाने का काम

Zoom News : Jul 05, 2020, 10:05 PM

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में रविवार को एक फैक्ट्री में धमाका हो गया। इस विस्फोट में 7 लोगों की मौत हो गई। 4 लोग घायल हैं। बताया जा रहा है कि अभी 20 लोग मोदी नगर स्थित इस फैक्ट्री में फंसे हुए हैं। बखड़वा गांव के भूपेंद्र के घर की महिला भी झुलस गई है। भूपेंद्र ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने इस अवैध फैक्ट्री पर 20 दिन पहले छापेमारी की थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई। 


आरोपियों पर लगेगा रासुका

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लेकर डीएम अजय शंकर पांडे से रिपोर्ट तलब की है। योगी ने मौत पर शोक जताया है। डीएम ने बताया कि मोदीनगर में हुए मोमबत्ती फैक्ट्री आग कांड में चौकी इंचार्ज को निलंबित किया गया है। साथ ही मृतकों के परिवार को दो लाख का मुआवजा दिया जाएगा। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।


अवैध है फैक्ट्री, न सेफ्टी किट है न है लाइसेंस

गांव के ही युवक भूपेंद्र ने बताया कि गांव में चल रही फैक्ट्री में पार्टी वगैरह में केक में लगाए जाने वाली मोमबत्ती बम बनाए जाते हैं। इसमें वर्कर को न कोई सेफ्टी किट दी जाती है न ही इसका कोई लाइसेंस है। बस यह फैक्ट्री चल रही है और आज इतना बड़ा हादसा हो गया। 


20 दिन पहले हुई थी रेड, फिर भी चलती रही फैक्ट्री

भूपेंद्र के मुताबिक इस अवैध फैक्ट्री में 20 दिन पहले पुलिस और प्रशासन की रेड हुई थी। स्थानीय चौकी इंचार्ज भी आए थे। लेकिन, जाने क्या हुआ कि उसके बाद भी फैक्ट्री चलती रही। फैक्ट्री मालिक और अधिकारियों की मिली भगत का नतीजा है जो इतनी मौते हुई हैं।


50 से ज्यादा औरतें थीं, फैक्ट्री में बच्चे भी काम करते थे

भूपेंद्र ने बताया कि फैक्टरी में गांव की 50 से ज्यादा औरतें काम करती हैं। 7 तो मौके पर ही मर गए हैं। जबकि, कईयों को अस्पताल पहुंचाया गया है। भूपेंद्र के मुताबिक फैक्ट्री में बच्चे भी अवैध रूप से काम करते हैं।

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