कारोबार / शेयर बाजार में आयी भारी गिरावट, निवेशकों के डुबे 1.17 लाख करोड़ रु

News18 : Feb 24, 2020, 12:33 PM
मुंबई। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट (Stock Market Crash) देखने को मिल रही है। चीन के बाद अब दक्षिण कोरिया में जानलेवा कोरोना वायरस (China Corona Virus) फैलने की खबरों की वजह से दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट का असर सेंसेक्स (Sensex Live) और निफ्टी (Nifty Live) पर दिख रहा है। BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 425 अंक लुढ़ककर 40,720 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE के 50 शेयरों वाले प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी में 130 अंक से ज्यादा की गिरावट है। निफ्टी 12000 के नीचे फिसल गया है। इस गिरावट में निवेशकों के कुछ ही घंटों में 1.72 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन के कोरोना वायरस की वजह से बिजनेस एक्टिविटी बेहद धीमी हो गई हैं। इसीलिए अर्थशास्त्रियों (Economist) ने ग्लोबल ग्रोथ का अनुमान घटा दिया है।

क्यों आई शेयर बाजार में गिरावट (Why Stock Market Down in India)- वीएम पोर्टफोलियों के रिसर्च हेड विवेक मित्तल ने न्यूज18 हिंदी को बताया कि शेयर बाजार में गिरावट की मुख्य वजह जानलेवा कोरोना वायरस (China Corona Virus) है। उन्होंने बताया कि चीन के बाद अब एशियाई की बड़ी अर्थव्यवस्था दक्षिण कोरिया फैलने की खबरें आ रही है। ऐसे में बिजनेस एक्टिविटी कम होने की चिंता ने बाजार पर दबाव बनाया है।

ट्रंप के भारत दौरे से क्या हैं उम्मीदें-  एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा में कोई बड़ी डील होने की उम्मीद नहीं हैं। इसीलिए शेयर बाजार पहले से ही इन चीजों का डिस्काउंट कर चुका है।

ट्रंप की यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका सी हॉक हेलिकॉप्टर्स की 2.6 बिलियन डॉलर्स की डील हो सकती है। इसके अलावा भारत अमेरिका से डेटा स्पीड की दुनिया में नई क्रांति 5G को लेकर भी बातचीत करेगा। ट्रंप की यात्रा के दूसरे दिन यानी मंगलवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक होनी है, जिसमें इस विषय पर चर्चा हो सकती है।

US Federal Communciations Commission के चेयरमैन अजीत पई ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि वो ट्रंप की यात्रा के दौरान अपने भारतीय समकक्षों के साथ 5G पर चर्चा करेंगे। पई यात्रा पर आ रहे ट्रंप के डेलीगेशन में शामिल हैं। पई ने एक ट्वीट में कहा- हम समान हित के विषयों, जैसे- 5G और डिजिटल गैप जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे और दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच की दोस्ती को मजबूत करने का लक्ष्य रखेंगे।

5G, 4G के बाद वायरलेस टेक की दुनिया का नेक्स्ट जेनरेशन है। 5G इंटरनेट की नई स्पीड है, जिसे लेकर दुनिया भर में उत्साह है। 5G की मदद से एग्रीकल्चर, मैन्यूफैक्चरिंग सहित हेल्थकेयर और एजुकेशन जैसे सेक्टर्स में बड़ा बदलाव आ सकता है। भारत में पहले ही इसके स्पेक्ट्रम की नीलामी की तैयारियां हो चुकी हैं। पिछले महीने department of telecommunications (DoT) ने अप्रैल में होने वाली नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम की कीमतें तय कर दी हैं।

Livemint की खबर के मुताबिक, सरकार 8,300 megahertz (MHz) में से 6,050MHz एयरवेव्स 5G के लिए अलॉट कर सकती है। 3,300-3,600MHz के 5G का बैंड अलोकेशन 492 करोड़ रुपए प्रति megahertz पर किया गया है। 31 दिसंबर को सरकार ने 5G शुरू करने के लिए ऑपरेटरों और वेंडरों से मुलाकात की। जनवरी से मार्च के बीच होने वाले ट्रायल के लिए उन्हें 15 जनवरी तक सबमिशन भेजना था। सरकार फिलहाल आए हुए आवदेनों का आकलन कर रही है।भारत में चीन की कंपनी Huawei भारतीय टेलीकॉम कंपनियों Bharti Airtel औरVodafone Idea के साथ 5G ट्रायल की तैयारियां कर रही है, लेकिन अमेरिका ने Huawei पर पिछले साल बैन लगा दिया था और आरोप लगाया था कि यह चीनी कंपनी दूसरे देशों में जासूसी कर रही है लेकिन कंपनी ने इससे इनकार किया था। अमेरिका ने दूसरे देशों को भी Huawei के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दिया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और जापान ने भी कंपनी पर बैन लगा दिया है। कई दूसरे देश हैं, जो कंपनी पर बैन लगा सकते हैं लेकिन रूस, इंडोनशिया, साउथ कोरिया सहित कई ऐसे देश हैं, जो Huawei को मौका दे रहे हैं। भारत ने Huawei को बैन करने न करने पर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया है।

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