कोरोना वायरस / IPL हुआ कैंसिल तो फिर ऐसे भरपाई करेगी BCCI, खिलाड़ियों को होगा करोड़ों का नुकसान

BBC : Apr 08, 2020, 02:05 PM
IPL 2020: इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL के 13वें सीजन की शुरुआत अगर जल्दी नहीं हुई तो फिर भारतीय क्रिकेटरों को वेतन कटौती का सामना करना पड़ेगा। आइपीएल 2020 की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी, लेकिन इसे 15 अप्रैल तक के लिए कोरोना वायरस की वजह से रोक दिया था, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि आइपीएल अप्रैल तो छोड़िए मई में भी शुरू नहीं होगा, क्योंकि कोरोना वायरस के केस आए दिन बढ़ रहे हैं और बीसीसीआइ अधिकारी भी मानते हैं कि इस पर फैसला स्थिति साफ होने के बाद लिया जाएगा।

बीसीसीआइ के सूत्रों ने कहा है कि अगर आइपीएल रद होता है और जल्दी इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत नहीं होती है तो फिर बोर्ड को 2 हजार करोड़ का नुकसान होगा, जिसकी भरपाई खिलाड़ियों की सैलरी काटकर की जाएगी, जिसमें अंतरराष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेटर भी शामिल हैं। बीसीसीआइ अपनी कमाई का 26 फीसदी हिस्सा खिलाड़ियों को देती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 13 फीसदी, जबकि इतने ही प्रतिशत की राशि घरेलू क्रिकेटरों में बांटी जाती है।

बोर्ड के नुकसान की ऐसे होगी भरपाई

बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा है, “अगर संस्थान को फाइनेंशियल रूप से नुकसान होता है तो निश्चित रूप से इसके कर्मचारियों की सैलरी पर भी प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में उनके पैसे कटने की पूरी-पूरी संभावना है।" बीसीसीआइ के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को 7-7 करोड़ रुपये मिलते हैं, जो कि ए प्लस कैटेगरी में शामिल हैं। वहीं, ए कैटेगरी वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़, बी कैटेगरी वालों को 3 करोड़ रुपये, जबकि सी कैटेगरी वालों को 1-1 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं। वहीं, कोच रवि शास्त्री की साल की सैलरी 9 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

सालाना करार के अलावा इंटरनेशनल क्रिकेटरों को टेस्ट मैच फीस के रूप में 15 लाख, वनडे इंटरनेशनल के लिए 7 लाख और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए 5 लाख रुपये मैच फीस के रूप में मिलते हैं। घरेलू स्तर पर रणजी मैच के एक दिन के लिए 35 हजार रुपये प्रति दिन, वनडे मैचों के लिए 50 हजार रुपये और इतनी ही रकम टी20 मैच के लिए मैच फीस के रूप में दी जाती है। ऐसे में यह देखा जाएगा कि क्या खिलाड़ियों की करार की रकम को कम किया जाएगा या फिर मैच फीस को। हालांकि, ये स्थिति आइपीएल के होने और न होने के बाद की होगी।

बीसीसीआइ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को 150 करोड़ रुपये, जबकि 70 करोड़ रुपये से ज्यादा घरेलू क्रिकेट में बांटती हैं। बोर्ड के सूत्रों ने मुंबई मिरर को बताया है, "आइपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं होने के कारण बीसीसीआइ के लिए राजस्व हानि होगी। ऐसे में अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों की आय बोर्ड की आय के मुकाबले अधिक हो जाएगी।" यही कारण है कि विराट, रोहित और बुमराह जैसे खिलाड़ियों को करोड़ों रुपयों का नुकसान होगा। इससे पहले इंग्लैंड की क्रिकेट टीम और कई फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों की सैलरी भी कोरोना वायरस की वजह से काटी गई है। ऐसे में भारतीय क्रिकेटर्स पर भी वेतन कटने का साया मंडरा रहा है।

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