विश्व / भारत रूस से S-400 मिसाइल खरीदने के लिए स्वतंत्र, किसी भी देश का दखल नहीं चाहिए: एस जयशंकर

News18 : Oct 01, 2019, 10:52 AM
वॉशिंगटन | विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिका की ओर से प्रतिबंध के खतरे के बावजूद रूस से मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के भारत के अधिकार का बचाव किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के साथ सोमवार को बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि भारत रूस से S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के लिए स्वतंत्र है. इसपर किसी भी देश को दखल नहीं देना चाहिए. विदेश मंत्री ने कहा, 'हम नहीं चाहते कि कोई दूसरा देश हमें बताए कि रूस से क्या खरीदना है और क्या नहीं.'

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'हमने हमेशा कहा है कि हम जो भी खरीदते हैं- सैन्य उपकरणों को जहां से लेते हैं- वह हमारा सम्प्रभु अधिकार है.' विदेश मंत्री ने कहा, ‘भारत को किस देश से क्या लेना चाहिए और क्या नहीं, इस चयन का अधिकार सिर्फ हमारा है. मुझे लगता है कि इस बात को समझना हरेक के हित में है.’

भारत-रूस के समझौते पर अमेरिका जताता रहा है नाराजगी

बता दें कि भारत ने 5.2 अरब डॉलर की पांच S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने पर पिछले साल सहमति जताई थी. रूस ने कहा है कि इन्हें मुहैया कराने का काम चल रहा है. रूस की यूक्रेन व सीरिया में सैन्य संलिप्तता और अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप के आरोपों के कारण अमेरिका ने 2017 कानून के तहत उन देशों पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान किया है जो रूस से बड़े हथियार खरीदते हैं. रूस के साथ इस डील पर अमेरिका भारत के प्रति भी नाराजगी जाहिर कर चुका है.

ईरान को लेकर भारत का नजरिया किया साफ

जयशंकर ने अमेरिका के साथ कुल मिलाकर अच्छे संबंधों को सराहा, लेकिन ईरान के संबंध में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नज़रिए को लेकर भारत के मतभेद को रेखांकित किया. बता दें कि अमेरिका ने ईरान पर दबाव बनाने के लिए सभी देशों को उससे तेल खरीदने से रोकने के लिए उन पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है.

क्या है S-400 डिफेंस सिस्टम?

S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुनिया के सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम में से एक है. यह एक मोबाइल सिस्टम है. यानी इसे आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाया जा सकता है. इसके अलावा इसे किसी जगह लगाने में केवल 5 मिनट का वक्त लगता है. यह तीन मिसाइलें एकसाथ छोड़ता है जो तीन लेयर की सुरक्षा देता है. इसके अलावा इसकी रेंज 400 किमी है. 30 किमी. की ऊंचाई तक भी यह मार कर सकता है.

डील भारत और रूस के बीच फिर अमेरिका के प्रतिबंधों वाली बात कहां आती है?

अमेरिका ने रूस के ऊपर कैटसा (CAATSA) कानून के अंतर्गत कुछ प्रतिबंध लगा रखे हैं. CAATSA को अमेरिका ने विरोधियों/ प्रतिद्वंदियों से मुकाबले के लिए बनाया है. ऐसे ही प्रतिबंध अमेरिका ने ईरान और ऊत्तरी कोरिया पर भी लगा रखे हैं. दरअसल अगर कोई देश इन देशों के साथ रक्षा या इंटेलिजेंस से जुड़े समझौते करता है तो अमेरिका के रूस/ईरान/उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंध समझौता करने वाले देश पर भी लागू हो जाएंगे. हालांकि भारत ने रूस से समझौते के लिए अमेरिका से इन प्रतिबंधों में छूट की मांग की थी. 


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