सोमवार की सुबह कोटा शहर के 80 फुट रोड पर स्थित एक इलेक्ट्रिक स्कूटी शोरूम में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया और सुबह करीब साढ़े सात बजे लगी इस आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे शोरूम में रखी लगभग 50 इलेक्ट्रिक स्कूटियां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। इस भीषण अग्निकांड में करोड़ों रुपए का अनुमानित नुकसान हुआ है, जिससे शोरूम मालिक और आसपास के लोग सकते में हैं।
आग लगने का कारण और शुरुआती नुकसान
प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि इसकी विस्तृत जांच अभी जारी है। नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में शोरूम के अंदर मौजूद सभी स्कूटियां उसकी चपेट में आ गईं। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही दिखाई दे रहा था, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया और शोरूम की इमारत और उसमें रखा अन्य सामान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग हरकत में आया। सब्जीमंडी और श्रीनाथपुरम फायर स्टेशन से कुल 4 दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर भेजी गईं और दमकलकर्मियों ने बिना समय गंवाए आग बुझाने का काम शुरू कर दिया। आग की भयावहता को देखते हुए दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 1 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद, दमकलकर्मियों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया, जिससे आग को आसपास की इमारतों में फैलने से रोका जा सका।
आसपास के इलाकों पर प्रभाव
आग लगने की इस घटना से आसपास के दुकानदार और स्थानीय लोग काफी दहशत में आ गए। धुएं और आग की लपटों के कारण कुछ समय के लिए इलाके में अफरा-तफरी का माहौल रहा। हालांकि, दमकल विभाग की मुस्तैदी के कारण आग को नियंत्रित कर। लिया गया और किसी भी तरह की जनहानि की खबर नहीं है। यह राहत की बात रही कि शोरूम के ठीक ऊपर स्थित जिम को इस आग से कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
करोड़ों का अनुमानित नुकसान और जांच
इस अग्निकांड में 50 से अधिक इलेक्ट्रिक स्कूटियों के जलने के साथ-साथ। शोरूम की बिल्डिंग और अन्य सामान को भी भारी क्षति हुई है। शुरुआती अनुमान के अनुसार, नुकसान करोड़ों रुपए में आंका गया है। पुलिस और अग्निशमन विभाग आग लगने के सही कारणों की गहनता से जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना इलेक्ट्रिक वाहन शोरूमों में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालती है।