- भारत,
- 09-Aug-2025 09:56 PM IST
Russia Earthquake: शनिवार की शाम रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में एक बार फिर धरती डोली, जिससे स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गई। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, शाम 7 बजकर 34 मिनट पर सेवेरो-कुरिल्स्क से लगभग 267 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में 6.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। यह झटका इतना शक्तिशाली था कि आसपास के इलाकों में घरों की दीवारें और खिड़कियां तक कांपने लगीं। करीब एक सप्ताह पहले 8.8 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद यह दूसरा बड़ा झटका था, जिसने लोगों के बीच डर का माहौल और गहरा कर दिया।
कोई बड़ा नुकसान नहीं, लेकिन सतर्कता बरकरार
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस भूकंप से किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है। फिर भी, स्थानीय लोग डर के साये में हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी है। यह क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है, जहां पहले भी कई बार तीव्र झटके महसूस किए जा चुके हैं। स्थानीय निवासियों ने घबराहट में अपने घर छोड़कर खुले स्थानों की ओर भागना शुरू कर दिया।
सुनामी का खतरा: विशेषज्ञों की चेतावनी
भूकंप का केंद्र समुद्र के भीतर, लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर था। विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्र के भीतर इस तरह के झटके सुनामी का खतरा पैदा कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक किसी सुनामी अलर्ट की घोषणा नहीं की गई है। फिर भी, प्रशासन और विशेषज्ञ हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं। रूस का यह सुदूर पूर्वी क्षेत्र भूकंपों के लिए जाना जाता है, और इस बार के झटकों ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं।
टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल और चुनौतियां
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेटों की लगातार हलचल के कारण भूकंप आना आम है। लेकिन, इनकी सटीक भविष्यवाणी करना अभी भी वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ी चुनौती है। राहत और बचाव दल पूरी तरह सतर्क हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे घरों के बाहर खुले स्थानों में रहें और संभावित आफ्टरशॉक्स के लिए सतर्क रहें।
भविष्य की चिंता
इस भूकंप ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बार-बार आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को कब तक टाला जा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंपीय रूप से सक्रिय इस क्षेत्र में ऐसी घटनाएं सामान्य हैं, लेकिन इनसे निपटने के लिए बेहतर तैयारी और जागरूकता की जरूरत है। स्थानीय प्रशासन और निवासियों को मिलकर ऐसी आपदाओं का सामना करने के लिए दीर्घकालिक उपाय करने होंगे।
