उत्तर प्रदेश के मेरठ जेल में बंद मुस्कान, जो अपने पति सौरभ की हत्या के आरोप में जेल में है, ने एक बच्ची को जन्म दिया है। यह घटना सोमवार, 24 नवंबर को हुई, जब मुस्कान को लेबर पेन शुरू हुआ। जेल प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे मेरठ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उसकी गहन जांच की और शाम करीब 7 बजे, मुस्कान ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। डॉक्टरों ने उसकी नॉर्मल डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए, और उनकी मेहनत सफल रही। यह खबर जेल और मेडिकल कॉलेज दोनों जगह चर्चा का विषय बनी हुई है, जिसने इस संवेदनशील मामले में एक नया मोड़ ला दिया है।
पति सौरभ की निर्मम हत्या
मुस्कान का नाम तब सुर्खियों में आया था जब उस पर अपने पति सौरभ की निर्मम हत्या को अंजाम देने का आरोप लगा था और इस जघन्य अपराध में उसका प्रेमी साहिल भी शामिल था। दोनों ने मिलकर सौरभ को मौत के घाट उतार दिया था और हत्या के बाद, उन्होंने सौरभ के शव को टुकड़ों में काटा और एक बड़े नीले ड्रम में भर दिया। शव को पूरी तरह से छिपाने के लिए, उन्होंने ड्रम में सीमेंट का घोल भरकर उसे पैक कर दिया था। यह क्रूरता की हद थी जिसने पूरे मामले को और भी सनसनीखेज बना दिया था और देशभर में इसकी चर्चा हुई थी।
गिरफ्तारी और जेल में विशेष देखभाल
पति की हत्या के तुरंत बाद, मुस्कान और साहिल ने एक चौंकाने वाला कदम उठाया। वे हिमाचल प्रदेश घूमने के लिए चले गए। इस दौरान, सोशल मीडिया पर उनकी कई वीडियो वायरल हुईं, जिनमें वे नाचते हुए और होली मनाते हुए नजर आ रहे थे। इन वीडियो ने जनता के बीच भारी आक्रोश पैदा किया, क्योंकि एक तरफ एक व्यक्ति की निर्मम हत्या हुई थी, और दूसरी तरफ आरोपी बेफिक्र होकर जश्न मना रहे थे और इन वीडियो ने पुलिस के लिए भी जांच की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी गिरफ्तारी का मार्ग प्रशस्त किया।
हिमाचल से मेरठ लौटने के बाद, इस घटना का खुलासा लगभग 15 दिनों के बाद हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया और गिरफ्तारी के बाद से ही दोनों जेल में बंद हैं। जब मुस्कान को जेल भेजा गया था, तब वह गर्भवती थी। जेल प्रशासन ने उसकी गर्भावस्था को देखते हुए विशेष ध्यान रखा। उसे गाइनेकोलॉजिस्ट द्वारा बताई गई फूड डाइट और दवाइयां नियमित रूप से उपलब्ध कराई जा रही थीं। साथ ही, जेल में उससे कोई भी कार्य नहीं कराया जा रहा था, ताकि उसकी सेहत पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े और वारदात के लगभग 9 महीने बाद उसने बेटी को जन्म दिया है, जो जेल में उसकी विशेष देखभाल का परिणाम है।
बच्चे के डीएनए टेस्ट की संभावना
मुस्कान द्वारा बेटी को जन्म देने के बाद, बच्चे के पितृत्व को लेकर संशय बना हुआ है और लोगों के मन में यह सवाल है कि इस बच्ची का पिता कौन है। सौरभ के परिवार वाले पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि यदि यह बच्चा सौरभ का होता है, तो वे उसे अपनाने के लिए तैयार हैं। इस स्थिति को देखते हुए, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया जा सकता है। यह टेस्ट बच्चे के जैविक पिता की पहचान स्थापित करने में मदद करेगा और इस संवेदनशील मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। यह कानूनी प्रक्रिया इस पूरे प्रकरण को एक नई दिशा दे सकती है और सभी अनिश्चितताओं को समाप्त कर सकती है।