Zoom News : Apr 12, 2023, 09:59 AM
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) दिल्ली में विपक्षी एकजुटता की नए सिरे से कवायद शुरू कर रहे हैं. लालू यादव से मिलने के बाद आज नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. सीएम नीतीश ने विपक्षी एकता के लिए ज़ोर-आजमाइश शुरू कर दी है. एनसीपी के मुखिया शरद पवार से जेपीसी पर झटका मिलने के बाद कांग्रेस नीतीश को उनकी कोशिशों में पूरा समर्थन देने के मूड में है. नीतीश ने इसे भांपते हुए ही पटना से दिल्ली का रूख किया है. इस दिल्ली प्रवास में उनका प्रयास विपक्षी एकजुटता में नई जान फूंकने का होगा.दिल्ली दौरे के पहले दिन नीतीश ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. हालांकि, उन्होंने अपने दिल्ली आगमन को लेकर फिलहाल ज्यादा खुलासा नहीं किया है, लेकिन आज दोपहर 12.30 बजे उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी होगी और माना जा रहा है कि नीतीश इसके बाद सोनिया गांधी से भी मिल सकते हैं.चुनावों से पहले एकजुट विपक्ष की कवायददरअसल, अगले महीने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना जैसे बड़े राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. जाहिर है, 2024 के महासमर से पहले विधानसभा के ये चुनाव अगर बीजेपी के लिए लिटमस टेस्ट हैं तो विपक्षी एकता के लिए भी इम्तहान हैं. इनके नतीजे बताएंगे कि कांग्रेस के इर्द-गिर्द मोदी सरकार के तमाम विरोधियों को एक साथ रखने की कोई सूरत बनती है या नहीं. हालांकि, इस वक्त विपक्ष में दरार के बीच नीतीश कुमार की कोशिश दूर की कौड़ी नजर आ रही है.खड़गे से हुई बात और पहुंच गए नीतीशदरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत की थी जिसके बाद नीतीश दिल्ली पहुंचे हैं. हालांकि, नीतीश कुमार के लिए विपक्ष को एकजुट कर पाना टेढ़ी खीर साबित होगी. क्योंकि विपक्ष में राहुल गांधी के नेतृत्व को स्वीकारने वाले नेताओं की कमी है.ममता बनर्जी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, मायावती समेत तमाम नेता विपक्ष को एक मंच पर लाने की बात तो करते हैं लेकिन कांग्रेस और राहुल गांधी के नेतृत्व का नाम आते ही सब शांत हो जाते हैं. ऐसे में नीतीश कुमार के लिए विपक्ष को एक मंच पर लाना काफी मुश्किल भरा हो सकता है. हालांकि, राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता के रद्द हो जाने के बाद से विपक्ष एक मंच पर आता नजर आ रहा है. नीतीश कुमार और लालू यादव के अलावा तेजस्वी यादव भी वर्तमान में दिल्ली में ही मौजूद हैं. वो यहां ईडी के पेशी के लिए पहुंचे हैं.