NDTV : Nov 29, 2019, 04:27 PM
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सेक्युलर को लेकर पूछे गए एक सवाल पर भड़कने गए। अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उन्हें सलाह दे डाली है। ओवैसी ने लिखा, ''ये ऐसा दार्शनिक सवाल नहीं है, जिसके बारे में इतना सोचने की जरूरत है। खुद के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के शब्दों का मतलब पूछना भी ठीक नहीं है। बहरहाल कुछ ज्ञान ले लीजिये। इसका मतलब (सेक्युलर का मतलब) है: कोई हिंदू राष्ट्र नहीं और दो अलग-अलग मान्यताओं को मानने वाले लोगों के बीच कोई भेद नहीं''। ओवैसी ने अपने ट्वीट में बाकायदे उद्धव ठाकरे के कार्यालय को भी टैग किया है। बता दें कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपनी पहली कैबिनेट की बैठक ली। कैबिनेट मीटिंग से बाहर आने के बाद उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम एक अच्छी सरकार देंगे। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे से 'महाराष्ट्र विकास अघाड़ी' के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में 'सेक्यूलर' शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर भी सवाल पूछा गया। एक रिपोर्टर ने सवाल पूछा कि क्या शिवसेना सेक्युलर हो गई है? इस पर ठाकरे थोड़ा असहज नजर आए। इसके बाद उद्धव (Uddhav Thackeray) ने सवाल पूछने वाले पत्रकार से ही सेक्यूलर शब्द का मतलब पूछ लिया। उन्होंने कहा कि आप ही बताओ न सेक्युलर (Secular) का मतलब क्या है? उद्धव ने कहा कि संविधान में जो कुछ है, वही सेक्युलर है। इसके अलावा उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि बैठक में किसानों की समस्यों को लेकर चर्चा की गई। हालांकि उनके लिए कोई भी फैसला स्थिति रिपोर्ट देखने के बाद लिया जाएगा। मुख्य सचिव किसानों की स्थिति पर 1-2 दिन में जानकारी देंगे और इसके बाद उनके लिए बड़ा ऐलान होगा। उद्धव ठाकरे की पहली कैबिनेट बैठक में छत्रपति शिवाजी महाराज के किले को लेकर बड़ा फैसला किया गया है। महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रायगढ़ किला के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।