दुनिया / PUBG गेम पर पाकिस्तान का यू-टर्न, 13 दिनों में ही हटाया बैन

NavBharat Times : Jul 31, 2020, 09:27 AM
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान सरकार ने ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम पबजी पर लगे प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने गुरुवार को प्रॉक्सिमा बीटा (पीबी) कंपनी से गेमिंग प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के आश्वासन के बाद PUBG से प्रतिबंध हटाने का फैसला किया। 17 जुलाई को पाक सरकार ने इस गेम को इस्लाम विरोधी बताते हुए बैन कर दिया था।

बैन हटाने को लेकर पाक की यह दलील

पबजी की पैरेंट कंपनी प्रॉक्सिमा बीटा (पीबी) के प्रतिनिधियों ने गेमिंग प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर पाक सरकार के दूरसंचार नियामक प्राधिकरण को जानकारी दी। जिसपर पीटीए ने संतुष्टि जाहिर करते हुए बैन हटाने का आदेश जारी किया है।


कोर्ट में भी पीटीए ने बैन की की थी वकालत

पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी ने इस गेम को बैन किए जाने के समय दलील दी थी कि पाकिस्तान में पबजी के कारण युवाओं पर कई तरह के मानसिक दबाव पड़ रहे हैं। ऐसे में युवाओं में आत्महत्या के मामसे भी तेजी से बढ़े हैं। इस सरकारी एजेंसी ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि पबजी गेम में कुछ दृश्य इस्लाम विरोधी होते हैं। जिनको पाकिस्तान में इजाजत नहीं दी जा सकती है।

इमरान की पार्टी को चुनाव में नुकसान का था डर

पाक में पबजी बैन करने पर प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पाकिस्तान को चुनावों में नुकसान का डर सता रहा था। माना जा रहा है कि इसी कारण पार्टी के दबाव में आकर सरकार ने अपना फैसला बदला है। यह ऐप युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय है। ऐसे में बैन किए जाने से युवा वोटर इमरान की पार्टी से दूर जा सकते थे।


टिकटॉक को बैन करने की अर्जी दाखिल

पाकिस्तान में चीन की लोकप्रिय विडियो ऐप टिकटॉक को बैन करने के लिए भी अर्जी दाखिल की गई है। हालांकि पाकिस्तान में इसे बैन करने को लेकर धार्मिक कारण दिया गया है। अर्जी में कहा गया है कि टिकटॉक के जरिए इस्लाम विरोधी कंटेंट सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान सरकार इस ऐप को बैन किए जाने को लेकर विचार कर रही है।

पबजी से पाक में आत्महत्या के तीन मामले!

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पबजी गेम के कारण युवाओं में आत्महत्या के तीन मामले सामने आए हैं। इन युवाओं के घरवालों ने बताया कि इनपर गेम में दिए जाने वाले टॉस्क को पूरा करने का दबाव था। टॉस्क को पूरा न कर पाने के कारण इन तीनों ने आत्महत्या कर ली।


पहले भी गेम को बैन कर चुकी है पाक सरकार

पाकिस्तान सरकार ने 2013 में कॉल ऑफ ड्यूटी और मेडल ऑफ ऑनर को बैन कर दिया था। इन गेम्स को बैन किए जाने को लेकर सरकार ने तर्क दिया था कि इस गेम्स में पाकिस्तान को आतंकियों का ठिकाना दिखाया गया था। वहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा सहित कई आतंकी संगठनों में संबंध भी दिखाया गया था।


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