Zoom News : Nov 11, 2021, 09:33 PM
भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाए जा रहे हैं। हालांकि, देश में अभी भी डेल्टा वेरिएंट चिंता का कारण बना हुआ है। इंडियन सार्स-कोवी-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) ने कहा कि डेल्टा, चिंता पैदा करने वाला कोरोना का मुख्य स्वरूप बना हुआ है।इन्साकॉग 28 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं का एक समूह है, जिसे सार्स-कोवी-2 में संरचना के अंतर की निगरानी के लिए गठित किया गया था। यह एक अखिल भारतीय नेटवर्क है जो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत कार्य करता है।इसने कहा कि बी.1.6.17.2 (एवाई) और एवाई.एक्स सहित डेल्टा स्वरूप भारत एवं वैश्विक रूप से चिंता का मुख्य विषय बना हुआ है। अन्य स्वरूप भारत से सीक्वेंसिंग डेटा में अब नगण्य हो गये हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के पास उपलब्ध अद्यतन जानकारी के मुताबिक डेल्टा ने ज्यादातर देशों में (कोविड के) अन्य स्वरूपों को प्रतिस्पर्धा से बाहर कर दिया और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटासेट में या डब्ल्यूएचओ को प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सार्स-कोवी-2 के अन्य स्वरूप के घटने की प्रवृत्ति दिख रही है।भारत में कोविड के डेल्टा स्वरूप का पिछले साल अक्तूबर में पता चला था। इसने देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान तबाही मचाई थी, जो अप्रैल और मई में अपने चरम पर थी।