COVID-19 Update / वैज्ञानिकों ने एक स्टडी मे लगाया पता आखिर क्यों कोरोना से ज्यादातर अभी तक बच्चे नही पड़े बीमार

Zoom News : Sep 27, 2020, 08:28 AM
USA: कोरोना वायरस की मार पुरी दुनिया झेल रही है लेकिन इसमें भी एक ऱाहत की बात है  की बड़ो के मुकाबले बच्चे अभी भी इस माहामारी का  शिकार होने से बचे हुए है लेकिन केसे यही पता लगाने की कोशिश कर रहै थे वैज्ञानिक ओर इसी की स्टडी करते बिए वैज्ञानिको ने पता लगाया है आखिर क्यो कोरोना बड़ो की तुलना में बच्चों को कम प्रभावित करता है, क्यों ज्यादातर बच्चे कोरोना से बीमार नहीं पड़ते और पड़ते भी हैं तो आमतौर पर रिकवर हो जाते हैं,  लेकिन वैज्ञानिकों ने अब इस विषय पर एक स्टडी पूरी कर ली है। आइए जानते हैं वैज्ञानिकों को क्या पता चला है।।।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों में इम्यून सिस्टम का एक ऐसा हिस्सा होता है जो रोगाणुओं को मार देता है। बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए भी यही इम्यून सिस्टम काम करता है। साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, जब तक कोरोना वायरस बच्चे के शरीर को नुकसान पहुंचाना शुरू करे, उससे पहले ही इम्यून सिस्टम का यह खास ब्रांच कोरोना को मार देता है। 

स्टडी के मुताबिक, जैसे ही अपरिचित रोगाणु शरीर के संपर्क में आते हैं, बच्चों के इम्यून सिस्टम का एक हिस्सा कुछ ही घंटों में प्रतिक्रिया देना शुरू कर देता है। इसे 'इनेट इम्यून रेस्पॉन्स' के नाम से जाना जाता है। शरीर को सुरक्षा देने वाला इम्यून सिस्टम तुरंत की वायरस से लड़ता है और बैकअप के लिए भी सिग्नल भेजने लगता है। असल में बच्चों का शरीर अक्सर अपरिचित रोगाणुओं के संपर्क में आता है और ऐसे रोगाणु उनके इम्यून सिस्टम के लिए नए होते हैं। इसलिए उनका इम्यून सिस्टम तेजी से सुरक्षा प्रदान करता है। 

इससे पहले कुछ ऐसी थ्योरी में ये कहा जा रहा था कि कोरोना से बच्चे इसलिए बचते हैं क्योंकि उनमें एंटीबॉडी रेस्पॉन्स सबसे अधिक होता है। लेकिन नई स्टडी में पता चला है कि बड़े और काफी अधिक बीमार व्यक्ति के शरीर में ही सबसे अधिक एंटीबॉडी तैयार होती है न कि बच्चे। नई स्टडी से रिसर्चर्स की चिंता बढ़ भी सकती है कि क्योंकि इससे यह मालूम पड़ता है कि अधिक एंटीबॉडीज कोरोना से अधिक लड़ने के बजाए, अधिक बीमार होने का सबूत हो सकता है।


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