SCO Summit 2025 / PAK को चीन में झटका, SCO घोषणापत्र में पहलगाम आतंकी हमले की हुई निंदा

चीन के तियानजिन में आयोजित एससीओ बैठक में सर्वसम्मति से घोषणापत्र जारी हुआ। इसमें पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई और दोषियों को सजा देने की मांग की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद पर दोहरे मानदंड अस्वीकार्य बताए और सदस्य देशों से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया।

SCO Summit 2025: चीन के तियानजिन शहर में सोमवार, 1 सितंबर 2025 को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एससीओ नेताओं ने सर्वसम्मति से एक घोषणापत्र जारी किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई। घोषणापत्र में हमले के दोषियों, आयोजकों और प्रायोजकों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग की गई, हालांकि इसमें पाकिस्तान का नाम स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया।

भारत का दृढ़ रुख: आतंकवाद के खिलाफ दोहरा मापदंड अस्वीकार्य

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि दोहरे मापदंड स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को मानवता में विश्वास रखने वाले प्रत्येक देश के लिए एक खुली चुनौती करार दिया। पीएम मोदी ने एससीओ सदस्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया, जिसे घोषणापत्र में व्यापक समर्थन मिला।

तियानजिन घोषणापत्र की मुख्य बातें

तियानजिन घोषणापत्र में आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ एससीओ की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इसके प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • पहलगाम हमले की निंदा: सदस्य देशों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और मृतकों एवं घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

  • न्याय की मांग: हमले के दोषियों, आयोजकों और प्रायोजकों को सजा देने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

  • आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता: घोषणापत्र में आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की गई, साथ ही यह स्पष्ट किया गया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड अस्वीकार्य हैं।

  • सीमा पार आतंकवाद पर रोक: सदस्य देशों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवादियों की सीमा पार गतिविधियों को रोकने के लिए सहयोग करने का आह्वान किया।

  • संप्रभु देशों की भूमिका: आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने में संप्रभु देशों और उनकी सक्षम प्राधिकरणों की अग्रणी भूमिका को मान्यता दी गई।

भारत की पहल को वैश्विक मंच पर सराहना

घोषणापत्र में भारत द्वारा उठाए गए कदमों और पहलों को विशेष रूप से मान्यता दी गई। इसमें निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:

  • "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" की थीम: घोषणापत्र में भारत की इस वैश्विक दृष्टि को प्रतिध्वनित किया गया, जो सहयोग और एकता को बढ़ावा देती है।

  • एससीओ स्टार्टअप फोरम: नई दिल्ली में 3-5 अप्रैल 2025 को आयोजित 5वें एससीओ स्टार्टअप फोरम के परिणामों का स्वागत किया गया, जिसने वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार में सहयोग को बढ़ावा दिया।

  • एससीओ थिंक टैंक फोरम: नई दिल्ली में 21-22 मई 2025 को आयोजित 20वीं बैठक का उल्लेख किया गया, जो क्षेत्रीय सहयोग और विचार-विमर्श को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रही।

  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान: भारतीय विश्व मामलों की परिषद (आईसीडब्ल्यूए) में एससीओ अध्ययन केंद्र के योगदान को सांस्कृतिक और मानवीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सराहा गया।