SCO Summit 2025 / गले मिले, कार में साथ बैठे और.. मोदी-पुतिन को देख बढ़ेगी ट्रंप की टेंशन

चीन के तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच गहरी ट्यूनिंग देखने को मिली। दोनों नेता गले मिले और साथ में कार से रवाना हुए। उनकी मुलाकात ने अमेरिका और दुनिया को भारत-रूस की मजबूत साझेदारी का स्पष्ट संदेश दिया।

SCO Summit 2025: चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच गजब की ट्यूनिंग देखने को मिली। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे को गले लगाया और द्विपक्षीय वार्ता के लिए एक ही कार में साथ बैठकर रवाना हुए। इस दृश्य ने न केवल उपस्थित लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुर्खियां बटोरीं। यह मुलाकात भारत और रूस के बीच गहरे और मजबूत रिश्तों का प्रतीक बनी।

भारत-रूस संबंधों की मजबूती

जिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आठ महीने का इंतजार करना पड़ा, उनसे पीएम मोदी पिछले चार घंटों में आठ बार मिल चुके हैं। यह आंकड़ा दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की गहराई को दर्शाता है। तियानजिन में दोनों नेताओं की इस मुलाकात ने न केवल भारत-रूस संबंधों की मजबूती को रेखांकित किया, बल्कि अमेरिका और विश्व के अन्य देशों को एक स्पष्ट संदेश भी दिया।

मोदी-पुतिन की मुलाकात: तस्वीरें और ट्वीट

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति पुतिन के साथ कुछ तस्वीरें साझा कीं। एक तस्वीर में दोनों नेता गंभीर बातचीत करते दिखे, जबकि दूसरी में वे गर्मजोशी से गले मिलते नजर आए। इन तस्वीरों को साझा करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "राष्ट्रपति पुतिन से मिलकर हमेशा खुशी होती है।" कुछ घंटों बाद, उन्होंने एक और तस्वीर साझा की, जिसमें दोनों नेता एक कार की पिछली सीट पर साथ बैठे हुए थे। इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, "एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर बैठक के बाद राष्ट्रपति पुतिन और मैं अपनी द्विपक्षीय बैठक स्थल तक साथ-साथ गए। उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।"

भारत-चीन संबंधों में सुधार की संभावना

इस शिखर सम्मेलन में एक और महत्वपूर्ण घटना घटी, जब पीएम मोदी, राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक साथ मुलाकात की। करीब दो मिनट की इस बातचीत में तीनों नेता बेहद खुश और उत्साहित नजर आए। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन लगातार चीन को भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की सलाह दे रहे हैं। इस त्रिपक्षीय मुलाकात ने भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार की संभावनाओं को बल दिया है।

अमेरिकी टैरिफ और भारत-रूस व्यापार

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आयातों पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इनमें से आधे टैरिफ रूस के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों, विशेष रूप से रूसी तेल की खरीद को लेकर दंड के रूप में लगाए गए हैं। ट्रंप प्रशासन ने 27 अगस्त से इन शुल्कों को दोगुना करने का फैसला किया है, जिसका उद्देश्य भारत पर दबाव डालना है। हालांकि, भारत और रूस की इस मजबूत साझेदारी ने वैश्विक मंच पर एक अलग संदेश दिया है।