Share Market News / Shadowfax Technologies भी लाएगा आईपीओ, पेपर जमा कराए , ₹2500 करोड़ जुटाएगी कंपनी

लॉजिस्टिक्स कंपनी शैडोफैक्स टेक्नोलॉजीज आईपीओ के जरिए 2000-2500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया गया है। कंपनी का मूल्यांकन 8,500 करोड़ रुपये हो सकता है। यह आईपीओ नए निर्गम और ओएफएस का मिश्रण है।

Share Market News: भारतीय आईपीओ बाजार में उत्साह का माहौल बना हुआ है, जहां नई कंपनियां लगातार अपने सार्वजनिक निर्गम की घोषणा कर रही हैं। इस कड़ी में लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रदाता कंपनी शैडोफैक्स टेक्नोलॉजीज भी शामिल हो गई है, जो 2,000-2,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लाने की तैयारी में है। मंगलवार को एक सार्वजनिक घोषणा में कंपनी ने बताया कि उसने मार्केट रेगुलेटर सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) और स्टॉक एक्सचेंजों के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) पहले ही दाखिल कर दिया है। उद्योग सूत्रों के अनुसार, कंपनी का मूल्यांकन लगभग 8,500 करोड़ रुपये होने की संभावना है।

आईपीओ का स्वरूप और उपयोग

यह आईपीओ नए निर्गम और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बिक्री के लिए प्रस्ताव (OFS) का मिश्रण होगा। सूत्रों ने बताया कि नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी अपनी क्षमता विस्तार, विकास को गति देने, और नेटवर्क व्यवसाय में निवेश के लिए करेगी। शैडोफैक्स को फ्लिपकार्ट, टीपीजी, आठ रोड्स वेंचर्स, मिराए एसेट वेंचर्स, और नोकिया ग्रोथ फंड्स जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, जो कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।

कंपनी का राजस्व मुख्य रूप से ई-कॉमर्स सेगमेंट से आता है, जो इसके कारोबार का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा है। शेष हिस्सा क्विक कॉमर्स और हाइपरलोकल डिलीवरी से प्राप्त होता है। यह विविध राजस्व मॉडल शैडोफैक्स को लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।

गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट का चयन

शैडोफैक्स ने अपने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट का विकल्प चुना है। यह रणनीति कंपनियों को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के तहत आईपीओ विवरण को सार्वजनिक करने में देरी करने की अनुमति देती है, जिससे उन्हें अधिक लचीलापन मिलता है। हाल के महीनों में, कई अन्य कंपनियों जैसे गजा अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट, शिप्रॉकेट, टाटा कैपिटल, फिजिक्सवाला, और इमेजिन मार्केटिंग (बोट की मूल कंपनी) ने भी इसी रूट का चयन किया है।

2024 में, स्विगी और विशाल मेगा मार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों ने भी गोपनीय फाइलिंग के बाद अपने आईपीओ लॉन्च किए। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह रणनीति कंपनियों को बाजार की अनिश्चितताओं से निपटने और जल्दबाजी में सार्वजनिक होने के दबाव को कम करने में मदद करती है।

शैडोफैक्स का विशाल नेटवर्क

शैडोफैक्स भारत की अग्रणी लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं में से एक है, जो ई-कॉमर्स एक्सप्रेस पार्सल और मूल्यवर्धित सेवाओं पर केंद्रित है। इसका वितरण नेटवर्क 2,200 से अधिक शहरों और 14,300 से अधिक पिन कोड को कवर करता है। फरवरी में अपने अंतिम फंडरेज में, कंपनी ने 6,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर प्राथमिक और द्वितीयक पूंजी जुटाई थी, जो इसके मजबूत विकास पथ को दर्शाता है।

बाजार में बढ़ती रुचि

भारतीय आईपीओ बाजार में नई कंपनियों का आना निवेशकों के लिए नए अवसर ला रहा है। शैडोफैक्स जैसे लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के खिलाड़ी, जो ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स जैसे तेजी से बढ़ते सेगमेंट में काम कर रहे हैं, निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट का बढ़ता उपयोग भारतीय कंपनियों की परिपक्वता और रणनीतिक सोच को दर्शाता है।