IND vs ENG / इतिहास रचने की दहलीज पर टीम इंडिया के कप्तान, तोड़ेंगे 19 साल पुराना रिकॉर्ड

इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने तीन मैचों में 607 रन बना लिए हैं। मैनचेस्टर टेस्ट में सिर्फ 25 रन बनाकर वह मोहम्मद युसूफ का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। साथ ही गिल के पास यशस्वी और गूच को पीछे छोड़ने का भी मौका है।

IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं। तीन मैचों की छह पारियों में उन्होंने 607 रन बनाकर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है। अब, मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट मैच में उनके पास इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है। गिल न केवल एशियाई बल्लेबाजों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं, बल्कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन सकते हैं।

मोहम्मद युसूफ का रिकॉर्ड तोड़ने से 25 रन दूर

इंग्लैंड के खिलाफ एक द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड वर्तमान में पाकिस्तान के मोहम्मद युसूफ के नाम है। उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ 631 रन बनाए थे। शुभमन गिल, जो इस सीरीज में अब तक एक दोहरा शतक (269 रन) और दो शतक जड़ चुके हैं, को युसूफ का 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने के लिए केवल 25 रन और चाहिए। यदि गिल मैनचेस्टर टेस्ट में यह रन बना लेते हैं, तो वह इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले एशियाई बल्लेबाज बन जाएंगे।

ग्राहम गूच और यशस्वी जायसवाल को पछाड़ने का मौका

मैनचेस्टर टेस्ट में गिल के पास दो और बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का अवसर है। यदि वह 146 रन बना लेते हैं, तो वह भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। यह रिकॉर्ड फिलहाल इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ग्राहम गूच के नाम है, जिन्होंने 1990 में एक सीरीज में 752 रन बनाए थे।

इसके अलावा, गिल के पास इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने का भी मौका है। यह रिकॉर्ड वर्तमान में यशस्वी जायसवाल के नाम है, जिन्होंने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ 712 रन बनाए थे। जायसवाल को पीछे छोड़ने के लिए गिल को 106 रन और बनाने होंगे।

गिल की शानदार फॉर्म

शुभमन गिल ने इस सीरीज में अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों से प्रभावित किया है। उनका उच्चतम स्कोर 269 रन रहा है, जो उनकी तकनीक और धैर्य का प्रमाण है। गिल की निरंतरता और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता ने उन्हें इस सीरीज का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। मैनचेस्टर टेस्ट में उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यह मैच न केवल सीरीज के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि गिल के लिए व्यक्तिगत उपलब्धियों का भी मंच तैयार कर रहा है।

क्या गिल रच पाएंगे इतिहास?

मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान गिल के लिए एक ऐतिहासिक पल का गवाह बन सकता है। प्रशंसकों और क्रिकेट पंडितों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि गिल कितने रिकॉर्ड अपने नाम करते हैं। क्या वह युसूफ, गूच और जायसवाल जैसे दिग्गजों को पछाड़कर नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे? यह देखना वाकई रोमांचक होगा।