News18 : May 19, 2020, 09:09 AM
नई दिल्ली। भारत में इस सदी का पहला सुपर साइक्लोन आने वाला है। 'अम्फान’नाम का ये सुपर साइक्लोन (Super Cyclone Amphan) 20 मई यानी कल पश्चिम बंगाल के तट से टकराएगा। 20 साल के बाद भारत पर किसी सुपर साइक्लोन का खतरा मंडरा रहा है। इससे पहले साल 1999 में सुपर साइक्लोन ने ओडिशा में तबाही मचाई थी। सुपर साइक्लोन की कैटेगरी में उस तूफान को रखा जाता है जिसकी रफ्तार 240-250 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा हो। यहां पढ़ें सुपर साइक्लोन की ताजा अपडेट:-
कितना खतरनाक है तूफानमौसम विभाग (IMD) के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहापात्र ने जानकारी दी है कि चक्रवात अम्फान का रास्ता 2019 में आए बुलबुल तूफान की तरह है। लेकिन, जब यह जमीन पर टकराएगा तो 1999 के सुपर साइक्लोन फानी के जितना प्रचंड नहीं रहेगा।मौजूदा हालातपश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में सुपर साइक्लोन 'अम्फान’ का असर दिखना शुरू हो गया है। तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हो रही है। शाम तक हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी। इसके बाद 20 मई की सुबह के बाद तूफान की रफ्तार 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार को पार कर जाएगी।अभी कहां पहुंचा है तूफानभारत मौसम विभाग के फिलहाल ये तूफान दक्षिणी बंगाल की खाड़ी से लगे पश्चिम-मध्य और मध्य हिस्सों के ऊपर है जो पारादीप (ओडिशा) के करीब 600 किलोमीटर दक्षिण, दीघा (पश्चिम बंगाल) से 750 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और खेपुपारा (बांग्लादेश) से 800 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में है।हवा की रफ्तार19 मई की सुबह से ओडिशा में 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है। हवा की रफ्तार लगातार बढ़ सकती है। सोमवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में हवा की रफ्तार 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। जबकि जिस दिन ये तूफान तट से टकराएगा उस दिन हवा की रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।ओडिशा-पश्चिम बंगाल में बारिशओडिशा के कई इलाकों में हल्की से तेज बारिश शुरू हो गई है। यहां के 12 जिलों में तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है। राज्य के 12 तटीय जिले गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खुर्दा और नयागढ़ में हाई अलर्ट है। चक्रवात के कारण उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिले, कोलकाता, पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली सहित गंगाई पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
कितना खतरनाक है तूफानमौसम विभाग (IMD) के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहापात्र ने जानकारी दी है कि चक्रवात अम्फान का रास्ता 2019 में आए बुलबुल तूफान की तरह है। लेकिन, जब यह जमीन पर टकराएगा तो 1999 के सुपर साइक्लोन फानी के जितना प्रचंड नहीं रहेगा।मौजूदा हालातपश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में सुपर साइक्लोन 'अम्फान’ का असर दिखना शुरू हो गया है। तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हो रही है। शाम तक हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी। इसके बाद 20 मई की सुबह के बाद तूफान की रफ्तार 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार को पार कर जाएगी।अभी कहां पहुंचा है तूफानभारत मौसम विभाग के फिलहाल ये तूफान दक्षिणी बंगाल की खाड़ी से लगे पश्चिम-मध्य और मध्य हिस्सों के ऊपर है जो पारादीप (ओडिशा) के करीब 600 किलोमीटर दक्षिण, दीघा (पश्चिम बंगाल) से 750 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और खेपुपारा (बांग्लादेश) से 800 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में है।हवा की रफ्तार19 मई की सुबह से ओडिशा में 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है। हवा की रफ्तार लगातार बढ़ सकती है। सोमवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके में हवा की रफ्तार 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। जबकि जिस दिन ये तूफान तट से टकराएगा उस दिन हवा की रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।ओडिशा-पश्चिम बंगाल में बारिशओडिशा के कई इलाकों में हल्की से तेज बारिश शुरू हो गई है। यहां के 12 जिलों में तूफान के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है। राज्य के 12 तटीय जिले गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खुर्दा और नयागढ़ में हाई अलर्ट है। चक्रवात के कारण उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिले, कोलकाता, पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली सहित गंगाई पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।