Asaduddin Owaisi / भारत से मुकाबला ये जोकर करेंगे... ओवैसी का कुवैत में PAK पर जबरदस्त तंज

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने पाकिस्तान की सच्चाई उजागर करने के लिए 33 देशों में डेलीगेशन भेजे। कुवैत में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की आतंकी नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने FATF ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को वापस लाने की मांग की और पाक सेना को जोकर बताया।

Asaduddin Owaisi: भारत ने हाल ही में सफलतापूर्वक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर अपने सुरक्षा तंत्र और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट कर दिया है। इस ऑपरेशन के बाद भारत ने पाकिस्तान के असली चेहरे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उजागर करने के लिए 33 देशों में विशेष डेलिगेशन भेजे हैं। इन डेलिगेशनों का मकसद है कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद और उसके कुटिल मंसूबों की सच्चाई विश्व समुदाय के सामने लाई जाए।

कुवैत में भारत का डेलिगेशन और ओवैसी का दो टूक जवाब

इसी क्रम में, कुवैत पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल में AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल थे। उन्होंने वहां भारतीय प्रवासियों से मुलाकात करते हुए पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक नीतियों पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह धर्म का मुद्दा उठाकर दुनिया को गुमराह नहीं कर सकता, क्योंकि भारत में मुसलमानों की आबादी पाकिस्तान से कहीं अधिक है और वे न केवल भारत के प्रति वफादार हैं, बल्कि पाकिस्तान के आतंकवादी एजेंडे को भी नकारते हैं।

फर्जी फोटो और पाकिस्तानी सेना की नासमझी

ओवैसी ने एक चौंकाने वाला खुलासा भी किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारत पर फर्जी ‘फतह’ की एक तस्वीर भेंट की थी, जो दरअसल 2019 की चीनी सेना की एक ड्रिल की तस्वीर थी। इस पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा, “ये बेवकूफ जोकर भारत से मुकाबला करने की बात करते हैं। पाकिस्तान नकल करने के लिए भी अकल चाहिए, जो उनके पास नहीं है। उनकी हर बात पर संदेह करना चाहिए और चुटकी भर नमक के साथ लेना चाहिए।”

FATF की ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान की वापसी की मांग

असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को फिर से FATF (Financial Action Task Force) की ग्रे लिस्ट में शामिल करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हवाला नेटवर्क और मनी लॉन्ड्रिंग के ज़रिए भारत विरोधी आतंकवादी समूहों को फंडिंग कर रहा है। यदि उसे FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाता है, तो उसकी वैश्विक आर्थिक गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा सकेगी। ओवैसी ने चेताया कि IMF द्वारा दिया गया 2 बिलियन डॉलर का कर्ज पाकिस्तान की जनता के बजाय सेना और आतंकवादी नेटवर्क को ताकत देने में इस्तेमाल किया जाएगा।

TRF और पाकिस्तान की मिलीभगत का पर्दाफाश

ओवैसी ने भारतीय प्रवासियों को बताया कि दिसंबर 2023 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया था कि TRF (The Resistance Front), लश्कर-ए-तैयबा का नया नाम है। मई 2024 में भी इस आतंकी संगठन की गतिविधियों पर पाकिस्तान का हाथ उजागर हुआ। भारत ने सुरक्षा परिषद को TRF के आतंकवादी हमलों और पाकिस्तान की मदद का पुख्ता सबूत सौंपा।

सुरक्षा परिषद ने इस पर बयान जारी किया, लेकिन पाकिस्तान ने TRF का नाम छुपाने की हरसंभव कोशिश की। ओवैसी ने साफ कहा कि पहलगाम हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी और हमारी एजेंसियों ने ट्रेस किया कि ये बयान पाकिस्तानी सैन्य छावनी के नजदीक से जारी हुआ था। इससे पाकिस्तान की साजिश और आतंकवादी गतिविधियों में उसकी प्रत्यक्ष भागीदारी प्रमाणित होती है।