IND vs BAN / भारत के वर्ल्ड चैंपियन बनने की आहट दे रहा है- रोहित की हार का ये रिकॉर्ड? समझिए पूरा मामला

Vikrant Shekhawat : Oct 19, 2023, 09:00 AM
IND vs BAN: बारह साल से ज्यादा वक्त हो चुका है भारत को पिछली बार वर्ल्ड चैंपियन बने. एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने अपने ही घर में हुए टूर्नामेंट में खिताब जीता था. अब एक बार फिर भारत में टूर्नामेंट हो रहा है और इस बार भी टीम इंडिया दमदार प्रदर्शन कर रही है. धोनी की ही तरह करिश्माई कप्तान रोहित शर्मा इस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. ऐसे में उम्मीद बढ़ गई है कि रोहित भी वही कमाल करेंगे जो धोनी ने किया था. इसको लेकर अलग-अलग संयोग 2011 से जोड़े जा रहे हैं. ऐसा ही एक संयोग और है, जिसकी अभी तक चर्चा नहीं हुई और इसका सम्बंध भारत-बांग्लादेश के मुकाबले से है, जो इशारा कर रहा है कि रोहित की कप्तानी में भारत चैंपियन बनेगा.

इस संयोग के बारे में आपको आगे बताएंगे. पहले वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया के अब तक के प्रदर्शन की चर्चा करते हैं. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के साथ अपने अभियान की शुरुआत की थी और आसान जीत दर्ज की थी. फिर अगले मुकाबले में अफगानिस्तान को भी बिना परेशानी के हरा दिया था. तीसरा मुकाबला पाकिस्तान से था और इससे ज्यादा एकतरफा जीत भारत के लिए शायद ही हो सकती थी. अब मुकाबला बांग्लादेश से है, जो पुणे में गुरुवार 19 अक्टूबर को खेला जाएगा.

हार का रिकॉर्ड, चैंपियन बनने का संयोग

अब बात उस संयोग की, जिस पर पूरी उम्मीदें टिकी हुई हैं. इसका लेना-देना धोनी और रोहित के रिकॉर्ड से है. चलिए, विस्तार से समझाते हैं. धोनी और रोहित भारत के सबसे सफल कप्तानों में से हैं. इसके बावजूद जब बात बांग्लादेश के खिलाफ वनडे रिकॉर्ड की आती है, तो इन दोनों से ज्यादा मैच कोई और कप्तान नहीं हारा. धोनी भी बांग्लादेश के खिलाफ अपनी कप्तानी के कार्यकाल में 3 मैच हारे थे और रोहित भी अभी तक बांग्लादेश से 3 मैच हार चुके हैं.

खास बात ये है कि रोहित ने नियमित कप्तान बनने से पहले 2 वनडे मैचों में बांग्लादेश के खिलाफ कमान संभाली थी और दोनों जीते थे. लेकिन दिसंबर 2021 में पूरी तरह कप्तानी संभालने के बाद से जिन 3 मैचों में उन्होंने नेतृत्व किया, वो सभी बांग्लादेश ने जीते. यही वो संयोग है, जो उम्मीद जगाता है कि शायद धोनी जैसा रिकॉर्ड होकर रोहित भी उनकी तरह वर्ल्ड कप जिता सकेंगे. अगर 19 सितंबर को ऐसा होता है तो अलग-अलग इत्तेफाकों की कड़ी में इसका नाम भी जुड़ जाएगा.

मैदान पर भी दिखाना होगा दम

वैसे सिर्फ रिकॉर्ड और संयोग से काम नहीं चलेगा, बल्कि मैदान में प्रदर्शन भी करना होगा. धोनी की कप्तानी में भारत ने जिस टूर्नामेंट (वनडे) में भी बांग्लादेश के खिलाफ मैदान पर कदम रखा, उसमें हर मैच जीता. इसी तरह रोहित की कप्तानी में भी जो 2 जीत मिली थी, वो 2018 के एशिया कप में आई थीं. पहली बार रोहित वनडे वर्ल्ड कप में कप्तानी संभाल रहे हैं और ऐसे में वो भी यहां जीत दर्ज करना चाहेंगे.

वैसे भी भारत-बांग्लादेश का मुकाबला है, तो जाहिर तौर पर टीम इंडिया ही मजबूत दावेदार है. दोनों टीमों के बीच का पूरा रिकॉर्ड और वर्ल्ड कप का इतिहास गवाह है कि पलड़ा एकतरफा रूप से भारत के पक्ष में झुका हुआ है. इस बार भी ऐसा ही कुछ होने की उम्मीद है. बस टीम इंडिया उम्मीद करेगी कि वर्ल्ड कप में हो चुके 2 उलटफेरों की तरह बांग्लादेश भी कुछ वैसा ही न कर दे, कुछ वैसा जो 2007 में किया था.

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