T20 World Cup / उमरान को मिला तोहफा, T20 WC में टीम इंडिया के लिए इस रोल में आएंगे नजर

Zoom News : Oct 10, 2021, 06:16 AM
T20 World Cup | आईपीएल 2021 में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से महज तीन मैच खेलने वाले जम्मू कश्मीर के उभरते हुए तेज गेंदबाज उमरान मलिक को टी-20 विश्व कप के लिए नेट गेंदबाज के तौर पर चुना गया है। उमरान ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ खेले गए मुकाबले में आईपीएल 2021 की सबसे तेज गेंद फेंककर सनसनी फैला दी थी। उन्होंने 153 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाली थी और एनरिज नॉर्टेजे के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था। उमरान अपने आईपीएल डेब्यू में ही अपने बॉलिंग से छोड़ने में सफल रहे थे और केन विलियमसन ने उनको खास खिलाड़ी करार दिया था। टी-20 विश्व कप का आगाज 17 अक्टूबर से होना है। 

'एएनआई' के साथ बातचीत करते हुए एक सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है। सूत्र ने बताया, 'हां, वह टीम के साथ बतौर नेट गेंदबाज रुकेंगे। उनका प्रदर्शन आईपीएल में शानदार रहा था और हमको लगता है कि उनके खिलाफ नेट्स में बैट्समैनों को प्रैक्टिस कराना एक बढ़िया आइडिया होगा। साथ ही यह उनके लिए भी एक शानदार मौका कोहली और रोहित जैसे क्वॉलिटी बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी करने का। उमरान ने केकेआर के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही 150 से ऊपर की रफ्तार से गेंद फेंकी थी और उन्होंने सभी भारतीय तेज गेंदबाजों को पीछे छोड़ दिया था।

जम्मू कश्मीर के इस तेज गेंदबाज को सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने टी नटारजन की रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम से जोड़ा था। उमरान के पास हालांकि ज्यादा मैच खेलने का अनुभव नहीं है। उन्होंने एक ही टी-20 मैच अबतक खेला है। आईपीएल 2021 की सबसे तेज बॉल फेंकने के बाद उमरान ने कहा था कि उनकी गेंदबाजी में स्पीड शुरुआत से ही थी। उन्होंने बताया था, 'बहुत शुरुआत से ही, मैं तेज गेंदबाजी करता हूं। जब मैं कॉस्को बॉल से क्रिकेट खेलता था, तब भी तेज गेंदबाजी ही करता था। हम एक ओवर वाला मैच खेलते थे और मैं तब तेज गेंदबाजी करते हुए यॉर्कर गेंद फेंकता था। 2018 में अंडर-19 ट्रायल्स हुआ और जब मैंने गेंदबाजी की तो सिलेक्टर्स की नजर मुझ पर पड़ी। मैं जॉगर्स शूज में गेंदबाजी कर रहा था, फिर मेरे एक दोस्त ने मुझे स्पाइक शूज दिए और फिर मैं अंडर-19 टीम में आया।'

उमरान ने आगे कहा था, 'फिर मैं अंडर-23 टीम में आया। 2018 से मैं लगातार प्रैक्टिस कर रहा हूं। अंडर-23 के बाद मुझे रणजी और विजय हजारे ट्रॉफी खेलने का मौका मिला। मैं एसआरएच फ्रेंचाइजी टीम को शुक्रिया कहता हूं कि मुझे उनके साथ खेलने का मौका मिला। इरफान पठान ने मेरी मदद की, उन्होंने मुझे बताया कि मुझे किस एरिया में काम करने की जरूरत है। नेट्स में जब मुझे केन विलियमसन या डेविड वॉर्नर के सामने गेंदबाजी करनी होती थी, तो पहले मैं डरा हुआ था। इसके बाद मैं सीखता गया और इससे मुझे मदद मिली।'

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