News18 : Apr 23, 2020, 10:41 AM
पूर्वी सिंहभूम। जिले के घाटशिला अनुमंडल के बहरागोड़ा प्रखंड में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के डर से बुजुर्ग महिला के शव को अंतिम संस्कार करने के बदले कुएं में फेंक दिया गया। घटना पाटपुर पंचायत के मोहनपुर गांव की है। जानकारी के मुताबिक, 65 वर्षीय चंचला नायक की मौत हो गई थी, लेकिन परिवारवालों ने COVID-19 के खौफ में उनका अंतिम संस्कार तक नहीं किया। उनके शव को गांव के समीप श्मशान घाट के कुएं में फेंक दिया गया।
शव फेंके जाने की खबर मिलते ही प्रशासन के होश उड़ गये। आनन-फानन में प्रशासन की टीम बुधवार रात कुएं के पास पहुंची और शव को निकालने का प्रयास शुरू हुआ। कुएं से वह प्लास्टिक मिला, जिसमें लपेटकर शव को फेंका गया था। मौके पर बहरागोड़ा बीडीओ राजेश कुमार साहू, सीओ हीरा कुमार एवं थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार समेत कई अन्य पदाधिकारी पहुंच गए।
महिला की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव
जानकारी के मुताबिक, चंचला नायक की पिछले दिनों तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें बहरागोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। यहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें एमजीएम जमशेदपुर रेफर किया गया था। हालांकि, एमजीएम ले जाने से पहले रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत के बाद प्रशासन ने कोरोना की जांच के लिए शव को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में रखवा दिया था। बुधवार को जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद प्रशासन ने परिजनों को शव सौंप दिया। परिजन जब शव लेकर श्मशान पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने कोरोना वायरस के डर से उन्हें अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। इसलिए परिजनों ने शव को कुएं में फेंक दिया।
शव फेंके जाने की खबर मिलते ही प्रशासन के होश उड़ गये। आनन-फानन में प्रशासन की टीम बुधवार रात कुएं के पास पहुंची और शव को निकालने का प्रयास शुरू हुआ। कुएं से वह प्लास्टिक मिला, जिसमें लपेटकर शव को फेंका गया था। मौके पर बहरागोड़ा बीडीओ राजेश कुमार साहू, सीओ हीरा कुमार एवं थाना प्रभारी चंद्रशेखर कुमार समेत कई अन्य पदाधिकारी पहुंच गए।
महिला की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव
जानकारी के मुताबिक, चंचला नायक की पिछले दिनों तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें बहरागोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। यहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें एमजीएम जमशेदपुर रेफर किया गया था। हालांकि, एमजीएम ले जाने से पहले रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत के बाद प्रशासन ने कोरोना की जांच के लिए शव को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में रखवा दिया था। बुधवार को जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद प्रशासन ने परिजनों को शव सौंप दिया। परिजन जब शव लेकर श्मशान पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने कोरोना वायरस के डर से उन्हें अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। इसलिए परिजनों ने शव को कुएं में फेंक दिया।