Coronavirus / कोरोना पर WHO- ये तरीके अपनाने से मिल सकती है वैक्सीन जैसी सुरक्षा

AajTak : Jun 30, 2020, 03:06 PM
Coronavirus: विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप क्षेत्र के प्रमुख डॉ। हंस क्लूग ने कहा है कि कोरोना वायरस को हराने में हैंड वॉश और फिजिकल डिस्टेंसिंग की उतनी ही भूमिका हो सकती है जितनी वैक्सीन की। डेली मेल के साथ इंटरव्यू में हंस क्लूग ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वैक्सीन मिलते ही महामारी अपने आप खत्म हो जाएगी।

रूस, तुर्की, ब्रिटेन सहित WHO के यूरोप क्षेत्र में आने वाले 53 देशों के प्रमुख अधिकारी ने कहा कि संभव है कि एक साल के भीतर वैक्सीन उपलब्ध हो जाए, लेकिन वैक्सीन कोई जादुई तरीके से कोरोना खत्म नहीं कर देगी। उन्होंने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वैक्सीन हर उम्र के लोगों के लिए असरदार हो।

डॉ. हंस क्लूग ने यह भी चिंता जताई कि वैक्सीन तैयार होने के बाद सभी देशों को वैक्सीन के उत्पादन और वितरण के लिए बराबर मौका नहीं मिलेगा। इसलिए उन्होंने कहा कि महामारी मौजूद रहने या इम्यूनिटी डेवलप होने तक हैंड वॉश और फिजिकल डिस्टेंसिंग सबसे प्रभावी हथियार हो सकते हैं।

क्लूग से जब पूछा गया कि क्या वैक्सीन सबकुछ बदल देगी? उन्होंने कहा- नहीं। सभी लोगों को लगता है कि वैक्सीन हर परेशानी की दवा होगी। लेकिन हम नहीं जानते कि हर उम्र के लोगों में वैक्सीन काम करेगी।

हंस क्लूग ने यह भी कहा- 'कोई नहीं जानता कि वैक्सीन कब आएगी। मेरा ख्याल है कि एक साल के भीतर। लेकिन यह भी बहुत संभव है कि एक साल में वैक्सीन न आए।' उन्होंने कहा कि वे सपना देखना चाहेंगे कि कोरोना वायरस में इतना म्यूटेशन हो जाए कि यह अपने आप कम जानलेवा वायरस में बदल जाए।

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