News18 : Jul 04, 2020, 12:53 PM
जेनेवा। कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के प्रथम चरण के बारे में चीन से भी पहले पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Orgnisation) ने जानकारी दी थी। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि चीन के वुहान में निमोनिया के मामलों को लेकर चीन ने नहीं बल्कि चीन स्थित डब्ल्यूएचओ कार्यालय द्वारा जारी की गई थी। डब्ल्यूएचओ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के आरोपों को भी खारिज कर दिया है। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ पर यह आरोप लगाया था कि वह इस महामारी को रोकने के लिए अनिवार्य जानकारी देने में असफल रहा और वह चीन के प्रति नरम रवैया अपनाता रहा है।
9 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ ने जारी की थी सूचनादुनिया में कोरोना महामारी को लेकर डब्ल्यूएचओ के शुरुआती कदमों की आलोचना होने के बाद उसने पहली सूचना अपनी टाइमलाइन 9 अप्रैल को जारी की थी। इसमें डब्ल्यूएचओ ने सिर्फ इतना कहा था कि हुबेई प्रांत के वुहान म्युनिसिपल हेल्थ कमीशन ने 31 दिसंबर को निमोनिया के मामलों की जानकारी दी थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि यह सूचना चीनी अधिकारियों द्वारा दी गई थी या फिर किसी अन्य स्त्रोत से मिली थी।31 दिसंबर को वायरल निमोनिया के बारे में दी थी सूचनाविश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस हफ्ते जारी नई सूचनाओं में घटनाओं के बारे में ज्यादा जानकारी दी गई है। यहां से संकेत मिलता है कि वह चीन में स्थित डब्ल्यूएचओ का कार्यालय ही था जिसने 31 दिसंबर को 'वायरल निमोनिया' के मामले के बारे में सूचित किया था।इतने देशों के बाद अब मलेशिया ने पाकिस्तानी पायलटों पर लगाया बैन, मंत्री ने माना 40% फर्जीडब्ल्यूएचओ के निदेशक टेड्रॉस ऐडहॉनम गीब्रियेसस ने प्रेसवार्ता में बताया किया चीन से पहली रिपोर्ट 20 अप्रैल को आई थी और इसमें इस बात का जिक्र भी नहीं किया गया था कि यह रिपोर्ट चीन के अधिकारियों द्वारा भेजी गई है या किसी अन्य स्रोतों द्वारा। लेकिन जेनेवा आधारित संस्था ने इस हफ्ते एक नई क्रोनोलॉजी प्रकाशित की है जिसमें इन घटनाओं के बारे में विस्तार से प्रकाशित किया गया है। इसमें यह संकेत किया गया है कि चीन में स्थित डब्ल्यूएचओ के कार्यालय ने 31 दिसंबर को 'वायरल निमोनिया' के बारे में सूचित किया था।
9 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ ने जारी की थी सूचनादुनिया में कोरोना महामारी को लेकर डब्ल्यूएचओ के शुरुआती कदमों की आलोचना होने के बाद उसने पहली सूचना अपनी टाइमलाइन 9 अप्रैल को जारी की थी। इसमें डब्ल्यूएचओ ने सिर्फ इतना कहा था कि हुबेई प्रांत के वुहान म्युनिसिपल हेल्थ कमीशन ने 31 दिसंबर को निमोनिया के मामलों की जानकारी दी थी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि यह सूचना चीनी अधिकारियों द्वारा दी गई थी या फिर किसी अन्य स्त्रोत से मिली थी।31 दिसंबर को वायरल निमोनिया के बारे में दी थी सूचनाविश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस हफ्ते जारी नई सूचनाओं में घटनाओं के बारे में ज्यादा जानकारी दी गई है। यहां से संकेत मिलता है कि वह चीन में स्थित डब्ल्यूएचओ का कार्यालय ही था जिसने 31 दिसंबर को 'वायरल निमोनिया' के मामले के बारे में सूचित किया था।इतने देशों के बाद अब मलेशिया ने पाकिस्तानी पायलटों पर लगाया बैन, मंत्री ने माना 40% फर्जीडब्ल्यूएचओ के निदेशक टेड्रॉस ऐडहॉनम गीब्रियेसस ने प्रेसवार्ता में बताया किया चीन से पहली रिपोर्ट 20 अप्रैल को आई थी और इसमें इस बात का जिक्र भी नहीं किया गया था कि यह रिपोर्ट चीन के अधिकारियों द्वारा भेजी गई है या किसी अन्य स्रोतों द्वारा। लेकिन जेनेवा आधारित संस्था ने इस हफ्ते एक नई क्रोनोलॉजी प्रकाशित की है जिसमें इन घटनाओं के बारे में विस्तार से प्रकाशित किया गया है। इसमें यह संकेत किया गया है कि चीन में स्थित डब्ल्यूएचओ के कार्यालय ने 31 दिसंबर को 'वायरल निमोनिया' के बारे में सूचित किया था।