Zoom News : Apr 12, 2021, 04:19 PM
Delhi: पिछले दो दिनों से जापान में सत्तारूढ़ पार्टी के तीन नेता एक बेहद भारी जैकेट पहनकर घूम रहे हैं। 7।5 किलो वजनी इस जैकेट को पहनते हुए वे काम पर जाते हैं, शॉपिंग पर जाते हैं और घर का काम भी करते हैं। उन्हें इन जैकेट को उतारने का मौका सिर्फ पूर्ण अधिवेशन सेशन के दौरान मिलता है। दरअसल ये राजनेता इन जैकेट्स के सहारे प्रेगनेंसी को समझने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रयोग को ताकाको सुजुकी नाम की महिला राजनेता ने आर्गेनाइज कराया है। इस प्रयोग के सहारे वे पुरूष राजनेताओं को प्रेगनेंसी की परेशानियां और चुनौतियां समझने में मदद कराना चाहती हैं।
दुनिया के दूसरे हिस्सों की तरह जापान में भी प्रेगनेंट महिलाओं का वर्कप्लेस पर जरूरी ध्यान नहीं रखा जाता है। ओसाका में रहने वाली एक महिला ने वाइस वर्ल्ड न्यूज से कहा कि वे अपनी प्रेगनेंसी के शुरूआती दौर में वह बहुत परेशान थी और उन्हें लगता था कि उनका मिसकैरिज हो जाएगा। हालांकि इतनी तकलीफों के बावजूद वे अपने बॉस से छुट्टी लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थीं। मसनओबू ओगुरा नाम के जापानी नेता ने ट्विटर पर लिखा कि इस एक्सपेरिमेंट के सहारे मैं गर्भवती महिलाओं की कुछ तकलीफों को महसूस कर पाया हूं और हमारी कोशिश होगी कि हम उनकी दिक्कतों को दूर करने में मदद कर पाएं। वही इस मामले में करियर कंसल्टेंट असाको निहारा का कहना है कि अगर जापान के राजनेता इन महिलाओं के सपोर्ट के लिए नई पॉलिसी नहीं बनाते हैं तो ये प्रयोग सिर्फ एक परफॉर्मेंस के समान होगा और इससे महिलाओं की स्थिति में खास फर्क नहीं आएगा।वाइस न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने कहा- जापान में कई गर्भवती महिलाएं हैं जो ठीक से खा नहीं पाती हैं और उन्हें बेहतर सपोर्ट की जरूरत होती है। इन सरकारी अधिकारियों को सिर्फ प्रेगनेंसी के प्रयोग में ही हिस्सा नहीं लेना चाहिए बल्कि उन्हें महिलाओं की हरसंभव मदद भी करनी चाहिए। वही इस मामले में एक महिला ने कहा कि इन जैकेट्स की तुलना किसी भी मायने में प्रेग्नेंसी से नहीं की जा सकती है। हालांकि मैं उम्मीद करती हूं कि इस प्रयोग के बाद नेता कुछ ऐसी पॉलिसी लाएंगे जिसमें, चाइल्डकेयर, वीमेन करियर, लैंगिक भेदभाव पर बात की जा सके क्योंकि इस मामले में हम कई देशों से पीछे हैं।
दुनिया के दूसरे हिस्सों की तरह जापान में भी प्रेगनेंट महिलाओं का वर्कप्लेस पर जरूरी ध्यान नहीं रखा जाता है। ओसाका में रहने वाली एक महिला ने वाइस वर्ल्ड न्यूज से कहा कि वे अपनी प्रेगनेंसी के शुरूआती दौर में वह बहुत परेशान थी और उन्हें लगता था कि उनका मिसकैरिज हो जाएगा। हालांकि इतनी तकलीफों के बावजूद वे अपने बॉस से छुट्टी लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाती थीं। मसनओबू ओगुरा नाम के जापानी नेता ने ट्विटर पर लिखा कि इस एक्सपेरिमेंट के सहारे मैं गर्भवती महिलाओं की कुछ तकलीफों को महसूस कर पाया हूं और हमारी कोशिश होगी कि हम उनकी दिक्कतों को दूर करने में मदद कर पाएं। वही इस मामले में करियर कंसल्टेंट असाको निहारा का कहना है कि अगर जापान के राजनेता इन महिलाओं के सपोर्ट के लिए नई पॉलिसी नहीं बनाते हैं तो ये प्रयोग सिर्फ एक परफॉर्मेंस के समान होगा और इससे महिलाओं की स्थिति में खास फर्क नहीं आएगा।वाइस न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने कहा- जापान में कई गर्भवती महिलाएं हैं जो ठीक से खा नहीं पाती हैं और उन्हें बेहतर सपोर्ट की जरूरत होती है। इन सरकारी अधिकारियों को सिर्फ प्रेगनेंसी के प्रयोग में ही हिस्सा नहीं लेना चाहिए बल्कि उन्हें महिलाओं की हरसंभव मदद भी करनी चाहिए। वही इस मामले में एक महिला ने कहा कि इन जैकेट्स की तुलना किसी भी मायने में प्रेग्नेंसी से नहीं की जा सकती है। हालांकि मैं उम्मीद करती हूं कि इस प्रयोग के बाद नेता कुछ ऐसी पॉलिसी लाएंगे जिसमें, चाइल्डकेयर, वीमेन करियर, लैंगिक भेदभाव पर बात की जा सके क्योंकि इस मामले में हम कई देशों से पीछे हैं।