झुंझुनू / सड़क पर आए सांड से टकराकर ट्रोले में घुसी कार, पूर्व पालिका अध्यक्ष के पोते सहित 4 की मौत

Dainik Bhaskar : Nov 22, 2019, 04:02 PM
चिड़ावा | सिंघाना रोड पर स्थित लालचौक बस स्टैंड के पास गुरुवार रात करीब दस बजे हुए एक सड़क हादसे में चार युवकों की मौत हो गई। चारों युवकों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। चारों चिड़ावा की मोहनका की ढाणी के रहने वाले थे और अपने किसी रिश्तेदार को खेतड़ी छोड़कर वापस लौट रहे थे। इनमें एक चिड़ावा के पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी का पोता व कांग्रेस प्रदेश कमेटी की सदस्य सुमित्रा सैनी का भतीजा था।

जानकारी के अनुसार पूर्व पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश सैनी का पोता पंकज सैनी ढाणी के तीन अन्य युवकों के साथ गुरवार को किसी रिश्तेदार को छोड़ने कार से खेतड़ी गया था। गुरुवार रात को वापस लौट रहे थे। इसी दौरान रात करीब दस बजे लालचौक स्टैंड के पास इनकी कार सड़क पर अचानक आए सांड से टकराकर असंतुलित हो गई और खड़े ट्रोले में घुस गई।

हादसे में पूर्व चेयरमैन का पोता पंकज पुत्र हजारीलाल सैनी, उसी के परिवार का चेतन पुत्र प्यारेलाल सैनी, भानुप्रताप पुत्र सुरेंद्र सैनी व प्रदीप पुत्र श्रीराम सैनी गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस ने चारों को चिड़ावा अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने पंकज व चेतन को मृत घोषित कर दिया। वहीं भानुप्रताप व प्रदीप को झुंझुनूं रैफर कर दिया। झुंझुनूं ले जाते समय भानुप्रताप ने रास्ते में दम तोड़ दिया जबकि प्रदीप ने झुंझुनूं अस्पताल में पहुंचने के बाद दम तोड़ दिया।

प्रदीप की चचेरी बहन का आज होना है विवाह, एक दिन पहले हुई भाई की शादी

चेतन सैनी के ताऊ के लड़के का एक दिन पहले ही 20 नवंबर को विवाह हुआ था। इस शादी में शरीक होने आई एक महिला रिश्तेदार को ससुराल खेतड़ी छोड़कर वापस लौटते वक्त ये दुर्घटना हुई। मृतक प्रदीप सैनी की चेचेरी बहन का 22 नवंबर को विवाह होना है। दुर्घटना से एक घंटे पहले ही मृतक पंकज उर्फ भालू सैनी ने अपने एक मित्र सुनील सैनी को रात 8.55 बजे फोन करके बताया कि हम लोग सिंघाना के पास हैं एक घंटे में ढाणी पहुंच जाएंगे। लेकिन सवा दस बजे ही हादसा हो गया।

पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सैनी के पोता पंकज की उम्र महज 18 साल थी। वह 12वीं कक्षा में पढ़ता था। उसके पिता हजारीलाल सैनी की भी करीब 11 साल पहले करंट लगने से मौत हुई थी। चेतन सैनी की उम्र भी महज 18 वर्ष ही थी। वह आईटीआई कर रहा था। चेतन के पिता प्यारेलाल सैनी मंडी में मजदूरी करते हैं। भानुप्रताप सैनी की उम्र 24 साल थी। वह पुरानी तहसील रोड स्थित कपड़े की दुकान में नौकरी करता था। प्रदीप सैनी की उम्र 23 साल थी। वह भी कपड़े की दुकान पर नौकरी करता था।

दुखद : पहले भाई को, बाद में पिता को और अब भतीजे को खोया पीसीसी सदस्य सुमित्रा ने

हादसे की सूचना मिलने पर मृतक पंकज सैनी की बुआ पीसीसी सदस्य सुमित्रा सैनी, चाचा शीशराम सैनी बिल्लू व अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। जवान भतीजे की मौत की सूचना मिलने पर वह बिलखने लगी। एसडीएम जेपी गौड़ ने उन्हें ढांढ़स बंधवाया। सुमित्रा सैनी ने करीब 11 साल पहले हादसे में भाई (पंकज के पिता) को खोया। तीन साल पहले पिता ओमप्रकाश को अब भतीजे पंकज को खोया। हर कोई हादसे से गमगीन था। 

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