जयपुर / 14 करोड़ का भीमकाय भैंसा, रोज चाहिए 25 लीटर दूध और एक किलो काजू-बादाम,​​ वजन 1300 किलो

Dainik Bhaskar : Nov 05, 2019, 05:07 PM
पुष्कर | मरू भूमि में सजी पशुओं की मंडी में मुर्रा नस्ल का भीम नामक भैंसा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 14 करोड़ का यह भैंसा पुष्कर मेले में दूसरी बार प्रदर्शन के लिए लाया गया है। 13 सौ किलो वजनी यह भैंसा साढ़े छह साल का है। अंतरराष्ट्रीय पशु मेले में विभिन्न प्रजाति के करीब पांच हजार से अधिक पशु पहुंचे हैं। इनमें कई ऊंट व अश्व अपनी नस्ल, कद-काठी के कारण मेले में आए देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। 

इस अनूठे भैंसे को उसके मालिक जोधपुर निवासी जवाहर लाल जांगिड़, अपने पुत्र अरविंद जांगिड़ व परिवार के अन्य सहयोगी सदस्यों के सहयोग से बीती रात जोधपुर से लेकर पुष्कर पहुंचे। मेले में जांगिड़ ने भैंसे की गनाहेड़ा-खरेखड़ी रोड पर प्रदर्शनी लगाई है। पहले ही दिन इस भारी-भरकम शरीर के भैंसे को देखने के लिये मेलार्थियों की भीड़ उमड़ गई। मेले में आए कई पशुपालक भी भैंसे को देखने के लिए पहुंच रहे हैं।

भीम के रख-रखाव पर प्रतिमाह डेढ़ लाख का खर्चा 

भीमकाय भैंसे के रखरखाव व खुराक पर करीब प्रतिमाह डेढ़ लाख रुपए खर्च हो रहा है। अरविंद ने बताया कि भैंसे को प्रतिदिन एक किलो घी, आधा किलो मक्खन, दो सौ ग्राम शहद, 25 लीटर दूध, एक किलो काजू-बादाम आदि खिलाया जाता है।

बेचने के लिए नहीं, प्रदर्शन के लिए लाए हैं मेले में

मालिक पुत्र अरविंद की माने तो मेले में आने से पहले उन्हें इस भैंस का 14 करोड़ रुपए का ऑफर मिल चुका है लेकिन वे भीम को बेचना नहीं चाहते हैं। वे मेले में भी भैंसे को बेचने के लिए नहीं बल्कि मुर्रा नस्ल के संरक्षण व संवर्धन के उद्देश्य से केवल प्रदर्शन करने के लिए लाए हैं। अरविंद ने बताया कि इससे पहले वे गत वर्ष पहली बार पुष्कर मेले में भीम को लेकर आए थे। इसके बाद बालोतरा, नागौर, देहरादून समेत कई मेलों में इसका प्रदर्शन कर चुके हैं तथा मेलों में आयोजित पशु प्रतियोगिता में भी भाग लेकर पुरस्कार जीते हैं। पुष्कर मेले में वे पहली बार इच्छुक पशुपालकों को भीम का सीमन भी उपलब्ध करा रहे हैं। मुर्रा नस्ल के इस भैंसे के सीमन की देश में बड़ी डिमांड है।

एक साल में बढ़ी दो करोड़ कीमत 

भीम का वजन एक साल में सौ किलो व कीमती दो करोड़ बढ़ी। गत वर्ष पुष्कर मेले में पहली बार जब भीम को लाया गया था तब इसका वजन 12 सौ किलो था, जबकि इस बार इसका वजन बढ़ कर 13 सौ किलो तक पहुंच गया। इसी प्रकार पिछली बार इसकी कीमती 12 करोड़ आंकी गई थी। अब इसके विक्रेता भीम के 14 करोड़ रुपए देने के लिए तैयार हैं। मालिक इस कीमत में भी बेचने के लिये तैयार नहीं हैं। 

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