Dainik Bhaskar : May 18, 2020, 02:46 PM
काबुल | कुछ दिन पहले तालिबान ने कहा था कि भारत 40 साल से अफगानिस्तान में नकारात्मक भूमिका निभाता आया है। अब अफगानिस्तान सरकार ने इसका जवाब दिया है। अफगानिस्तान सरकार ने कहा- भारत वो देश है, जिसने हमें सबसे ज्यादा दान दिया। सबसे ज्यादा मदद की। दोनों देश एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और ये संबंध अंतरराष्ट्रीय नियमों के हिसाब से हैं।भारत शांति प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाएगाअफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ग्रान हेवड ने एक इंटरव्यू में तालिबान के आरोप खारिज कर दिए। हेवड ने कहा- भारत ने हमेशा अफगानिस्तान के विकास में सहयोग किया है। हमें उम्मीद है कि वो शांति प्रक्रिया में भी योगदान देगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत अफगानिस्तान को सबसे ज्यादा दान देने वाले देशों में से एक है। यहां विकास और पुनर्निर्माण में भी योगदान दे रहा है। हम आशा करते हैं भारत और अन्य पड़ोसी देश अफगानिस्तान में शांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’तालिबान ने कहा- भारत ने भ्रष्ट लोगों का साथ दियाकतर में तालिबान का ऑफिस है। यहां राजनीतिक मामले मौलाना अब्बास स्टेनकजई देखता है। उसने एक इंटररव्यू में कहा था, “भारत ने पिछले 40 सालों से अफगानिस्तान में नकारात्मक भूमिका निभाई। भारत ने केवल उन लोगों की मदद की और उनसे ही संबंध बनाए जो भ्रष्ट हैं, उन्हें अफगानी लोगों ने नहीं चुना है। विदेशियों ने उन्हें गद्दी पर बिठाया। भारत को अफगान की शांति प्रक्रिया में सहयोग करना चाहिए।”भारत के संपर्क में अफगानिस्तानअफगानिस्तान में शांति और सुलह के लिए अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं। वो अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने की कोशिशों के तहत भारत यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने भारत से इस मामले में सहयोग मांगा था।जानकार बोले- पाकिस्तान की मांग पर ऐसे बयान दे रहा तालिबानअफगानिस्तान के राजनीतिक विश्लेषक खालिद सदत ने तालिबान के बयान पर कहा, “अगर तालिबान ऐसे ही बयान देता रहा तो भविष्य में अफगानिस्तान के राजनयिक संबंधों को नुकसान पहुंचेगा। तालिबान पाकिस्तान की मांग पर इस तरह के बयान दे रहा है। भारत और पाकिस्तान में हमेशा दुश्मनी रही। पाकिस्तान अब तक अफगानिस्तान में तालिबान के जरिए प्रॉक्सी वॉर चला रहा है। तालिबान को सभी देशों के साथ के लिए अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना चाहिए।”