News18 : Mar 31, 2020, 02:35 PM
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier league) के 13वें सीजन के आयोजन को लेकर लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय टी20 टूर्नामेंट का आयोजन 29 मार्च से होना था, लेकिन कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया था। हालांकि बीच-बीच में इस तरह की खबरें भी सामने आईं कि इस साल आईपीएल को रद्द किया जा सकता है। खासकर टोक्यो ओलिंपिक एक साल के लिए स्थगित होने के बाद आईपीएल रद्द करने की आशंका और बढ़ गई थी। मगर अब एक बार फिर इसी साल आईपीएल (IPL) आयोजित कराने को लेकर फिर से योजना बनाई जा रही है।हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) के स्टेकहोल्डर्स टूर्नामेंट के आयोजन के लिए अगस्त से सितंबर के बीच कोई विंडो तलाशने की योजना पर काम कर रहे हैं। बीसीसीआई (BCCI) ने इस बात का विकल्प खुला रखा है कि अगस्त के अंत से लेकर अक्टूबर की शुरुआत तक का जो समय है, उसमें टूर्नामेंट आयोजित कराया जा सकता है। हालांकि इसके लिए जरूरी ये होगा कि अगले चार महीनों में भारत से कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म हो जाए।
सभी संभावनाओं पर विचार
बीसीसीआई (BCCI) का फिलहाल सारा ध्यान इस बात पर है कि आगामी समय में चीजें किस दिशा में आगे बढ़ती हैं। उसी के हिसाब से आगे की योजना बनाई जाएगी। आईपीएल (IPL) आयोजन टीम सभी तरह की संभावनाओं पर विचार कर रही है। इन विकल्पों में विदेशी खिलाड़ियों के बिना भी टूर्नामेंट आयोजित करने का विचार भी शामिल है। खासकर ये देखते हुए कि आईपीएल बीसीसीआई के लिए राजस्व अर्जित करने का बड़ा साधन है और भारतीय क्रिकेट के लिहाज से भी अहम है।अगस्त-सितंबर में क्रिकेट का कार्यक्रम
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने बताया कि हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं और हम उसी के हिसाब से फैसला करेंगे। हम अगस्त-सितंबर के बीच की विंडो तलाश रहे हैं। फिलहाल के कार्यक्रम के हिसाब से भारतीय टीम को सितंबर में एशिया कप में हिस्सा लेना है और तीन वनडे व तीन टी20 मैचों के लिए इंग्लैंड की मेजबानी करनी है। इसके बाद टी20 विश्व कप होना है। भारतीय टीम का तीन वनडे के लिए किया जाने वाला जिम्बाब्वे दौरा भी रीशेड्यूल होना तय है। जहां तक अन्य टीमों का सवाल है तो इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान की मेजबानी करेगी। ये दौरा 2 सितंबर को खत्म होगा। इसके बाद आयरलैंड की टीम 15 सितंबर तक इंग्लैंड में खेलेगी। साउथ अफ्रीका का वेस्टइंडीज दौरान 16 अगस्त को खत्म होगा। इन दो महीनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम कोई सीरीज नहीं खेलेगी।क्या एशिया कप का बदलेगा कार्यक्रम!
भारतीय क्रिकेट बोर्ड एशिया कप का कार्यक्रम बदलने के लिए एशियन क्रिकेट काउंसिल को भी मना सकता है। हालांकि अगर बीसीसीआई को पूरे आईपीएल के लिए 37 दिन मिल जाते हैं या फिर छोटे आईपीएल का आयोजन तय हो जाता है, तब भी आयोजकों को उन शहरों का चुनाव करना होगा जो उस वक्त मानसून से प्रभावित न हों। ये भी कम बड़ी चुनौती नहीं होगी।
सभी संभावनाओं पर विचार
बीसीसीआई (BCCI) का फिलहाल सारा ध्यान इस बात पर है कि आगामी समय में चीजें किस दिशा में आगे बढ़ती हैं। उसी के हिसाब से आगे की योजना बनाई जाएगी। आईपीएल (IPL) आयोजन टीम सभी तरह की संभावनाओं पर विचार कर रही है। इन विकल्पों में विदेशी खिलाड़ियों के बिना भी टूर्नामेंट आयोजित करने का विचार भी शामिल है। खासकर ये देखते हुए कि आईपीएल बीसीसीआई के लिए राजस्व अर्जित करने का बड़ा साधन है और भारतीय क्रिकेट के लिहाज से भी अहम है।अगस्त-सितंबर में क्रिकेट का कार्यक्रम
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई (BCCI) के एक अधिकारी ने बताया कि हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं और हम उसी के हिसाब से फैसला करेंगे। हम अगस्त-सितंबर के बीच की विंडो तलाश रहे हैं। फिलहाल के कार्यक्रम के हिसाब से भारतीय टीम को सितंबर में एशिया कप में हिस्सा लेना है और तीन वनडे व तीन टी20 मैचों के लिए इंग्लैंड की मेजबानी करनी है। इसके बाद टी20 विश्व कप होना है। भारतीय टीम का तीन वनडे के लिए किया जाने वाला जिम्बाब्वे दौरा भी रीशेड्यूल होना तय है। जहां तक अन्य टीमों का सवाल है तो इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान की मेजबानी करेगी। ये दौरा 2 सितंबर को खत्म होगा। इसके बाद आयरलैंड की टीम 15 सितंबर तक इंग्लैंड में खेलेगी। साउथ अफ्रीका का वेस्टइंडीज दौरान 16 अगस्त को खत्म होगा। इन दो महीनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम कोई सीरीज नहीं खेलेगी।क्या एशिया कप का बदलेगा कार्यक्रम!
भारतीय क्रिकेट बोर्ड एशिया कप का कार्यक्रम बदलने के लिए एशियन क्रिकेट काउंसिल को भी मना सकता है। हालांकि अगर बीसीसीआई को पूरे आईपीएल के लिए 37 दिन मिल जाते हैं या फिर छोटे आईपीएल का आयोजन तय हो जाता है, तब भी आयोजकों को उन शहरों का चुनाव करना होगा जो उस वक्त मानसून से प्रभावित न हों। ये भी कम बड़ी चुनौती नहीं होगी।