Sonia Gandhi / बीजेपी का सोनिया पर आरोप- नागरिकता मिलने से पहले ही वोटर लिस्ट में जुड़ गया था नाम; दस्तावेज जारी

बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि सोनिया गांधी का नाम 1980-82 के बीच अवैध रूप से मतदाता सूची में जोड़ा गया, जबकि वे भारतीय नागरिक नहीं थीं। अमित मालवीय ने इसे कानून का उल्लंघन बताया। हंगामे के बाद 1982 में नाम हटाया गया, फिर 1983 में विवादित रूप से जोड़ा गया।

Sonia Gandhi: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। बीजेपी ने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम 45 साल पहले, यानी 1980 से 1982 के बीच, भारतीय नागरिकता प्राप्त करने से पहले ही अवैध रूप से मतदाता सूची में शामिल किया गया था। यह दावा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और अमित मालवीय ने किया, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।

अनुराग ठाकुर का दावा

अनुराग ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी, जिनका जन्म 1946 में इटली में सोनिया माइनो के रूप में हुआ था, का नाम 1980 से 1982 तक नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज था। यह वह समय था जब उन्होंने अभी तक भारतीय नागरिकता हासिल नहीं की थी। ठाकुर ने इसे कानून का खुला उल्लंघन बताया, क्योंकि भारत में मतदाता सूची में शामिल होने के लिए भारतीय नागरिकता अनिवार्य है। ठाकुर ने यह भी कहा कि इस मुद्दे को लेकर 1982 में हंगामा हुआ था, जिसके बाद सोनिया गांधी का नाम मतदाता सूची से हटा लिया गया था।

अमित मालवीय ने साझा किया 'सबूत'

बीजेपी के राष्ट्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रभारी अमित मालवीय ने इस मुद्दे को और जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर 1980 की मतदाता सूची की एक कथित फोटोकॉपी साझा की, जिसमें सोनिया गांधी का नाम एक मतदाता के रूप में दर्ज था। मालवीय ने दावा किया कि यह प्रविष्टि उस समय की गई थी जब सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिकता हासिल नहीं की थी। उन्होंने इसे गैरकानूनी बताते हुए कहा कि यह उस समय के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन था।

मालवीय ने यह भी बताया कि सोनिया गांधी की शादी 1968 में राजीव गांधी से हुई थी और उस समय गांधी परिवार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आधिकारिक आवास में रहता था। 1980 के लोकसभा चुनाव से पहले नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र की मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान उनका नाम कथित तौर पर शामिल किया गया था। हालांकि, 1982 में इस मुद्दे पर विवाद होने के बाद उनका नाम हटा लिया गया।

1983 में नागरिकता के बाद भी विवाद?

मालवीय ने एक और गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 1983 में सोनिया गांधी को भारतीय नागरिकता मिलने के बाद उनका नाम फिर से मतदाता सूची में शामिल किया गया, लेकिन यह भी धोखाधड़ी का हिस्सा था। उनके मुताबिक, मतदाता सूची के लिए कट-ऑफ तिथि 1 जनवरी थी, जबकि सोनिया गांधी को नागरिकता अप्रैल 1983 में मिली थी। इस आधार पर, उनका नाम उस साल की सूची में शामिल करना भी गलत था।

राहुल गांधी पर भी निशाना

इस बीच, अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने पिछले साल महाराष्ट्र और कर्नाटक में मतदाता धोखाधड़ी के आरोपों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर झूठ बोलने और गलत आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस बार-बार ऐसे कृत्यों में शामिल रही है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं।