मुंबई / अजित पवार के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से देवेंद्र फडणवीस ने दिया इस्तीफा

Live Hindustan : Nov 26, 2019, 03:47 PM
महाराष्ट्र में तीन दिन की बीजेपी सरकार मंगलवार को गिर गई। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का ऐलान किया और उसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी को इस्तीफा सौंप दिया है। इससे पहले उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि 27 नवंबर को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करा कर बहुमत सिद्ध कराया जाए। शीर्ष अदालत के आदेश दिए जाने के बाद यह बात सामने आई है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के विधानसभा में बीजेपी को दिल खोलकर मतदान किया और बीजेपी को पूरा जनादेश दिया और सबसे बड़ी पार्टी बनाया। हमने शिवसेना के साथ चुनाव लड़ा और दोनों को मिलकर सरकार बनाने का जनादेश मिला, लेकिन यह जनादेश इसलिए बीजेपी का था क्योंकि हमारा स्ट्राइक रेट ज्यादा शिवसेना से ज्यादा था। शिवसेना का स्ट्राइक रेट 40 फीसदी का  और हमारा स्ट्राइक रेट 60 फीसदी से ज्यादा का था। 

उन्‍होंने कहा कि बीजेपी को धमकी मिली तो हम फिर किसी के साथ भी जा सकते हैं। शिवसेना हमसे चर्चा करने की जगह एनसीपी से चर्चा कर रही थी। जो लोग मातोश्री से बाहर नहीं जाते थे वो बाहर जाकर चर्चा करने लगे। राज्यपाल ने हमे सबसे पहले सरकार बनाने के लिए बुलाया और नंबर नहीं होने के चलते हम सरकार नहीं बना सके। फिर शिवसेना ने कहा हमारे पास नंबर तो है लेकिन समय चाहिए। एनसीपी भी सरकार नहीं बना सकी इसके बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया। तीन अलग-अलग विचारधारा के लोग चर्चा तो कर रहे लेकिन सरकार नहीं बना रहे थे। तीनों का एक ही कॉमन मिनिमम कार्यक्रम था बीजेपी को सत्ता से बाहर रखना। विधानसभा में जो एनसीपी के नेता थे उन्होंने हमसे चर्चा की और फिर हमने सरकार बनाई।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कल जो फ्लोर टेस्ट होना है उससे अजित पवार ने कहा कि मैं सरकार में शामिल नहीं हो सकता हूं। हमने पहले कहा था हमारे पास नंबर नहीं था। इसलिए हमने तय किया कि मैं इस्तीफा दूंगा। मैं यहां से निकलकर राज्यपाल के पास जाउंगा और अपना इस्तीफा सौंपूंगा।

फडणवीस ने कहा कि इनका एजेंडा सत्ता में रहना है और उसके लिए इक्ट्ठा हुए हैं। हम अच्छे विपक्ष के रूप में काम करेंगे और लोगों की आवाज उठाएंगे। इतने विरोधाभास वाली सरकार कैसे चलेगी। दो पहिए वाला स्कूटर चलता है तीन पहिए वाला ऑटो चलता है लेकिन जब दो पहिए अलग जाएंगे तो सरकार कैसे चलेगी।

इससे पहले सोमवार को संख्या बल दिखाने के लिए शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से अपने 162 विधायकों की सार्वजनिक परेड आयोजित की।  भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व उसके सहयोगी अजित पवार गुट के 170 विधायकों का संख्या बल होने के दावे को गलत साबित करने के लिए पार्टियों द्वारा ऐसा किया गया।

राजभवन में बीते शनिवार सुबह आठ बजे देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद व अजित पवार ने राजभवन में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

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