रिपोर्ट / ढेहरी से पहले सीकर में गैंगवार का प्रयास, दुगस्ताऊ में गैंग ने कारों का काफिला निकाल फैलाई थी दहशत

Zoom News : Jun 26, 2020, 08:23 AM

नागौर  जायल थाना इलाके के ढेहरी गांव के पास गैंगवार की वारदात को अंजाम देने वाला गिरोह 8 जून को राजू नेतड़ के जेल से जमानत पर छूटने के बाद और सक्रिय हो गया था। गैंग सदस्यों ने ठीक उसी दिन दुगस्ताऊ गांव में बड़े पैमाने पर लग्जरी वाहनों का काफिला निकाल अपना बाहुबल भी दिखाया। इससे लोगों में यह संदेश भी गया कि इलाके में जल्द कोई बड़ी गैंगवार होने वाली है, लेकिन उक्त घटना पर पुलिस कोई कदम नहीं उठा पाई। आरोपियों ने राजू नेतड़ को सीकर में भी घेरने का प्रयास किया था, लेकिन वह अपनी सूझबूझ के चलते आरोपियों को चकमा देकर किसी दूसरी कार में बैठकर वहां से फरार हो गया। इसके चलते सीकर की वारदात तो टल गई, लेकिन यहां ढेहरी गांव में पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों के वार से वह बच नहीं सका। बताया गया है कि आरोपियों ने जिस काले रंग की बगैर नंबरों वाली स्कॉर्पियों से सीकर में पीछा किया, वही स्कॉर्पियों ढेहरी के पास हुई गैंगवार में भी थी।

    वारदात में घायल राजू नेतड़ ने बताया कि 22 जून को वह अपने दोस्त रविन्द्र, दिनेश निर्भय के साथ दोपहर 12 बजे पहले ननिहाल गया। इसके बाद मेरवास और फिर डेढ़ बजे ढेहरी गांव पहुंचे। ढेहरी से रवाना होने से पहले एक मंदिर के पास जगदीश का रिश्तेदार राजू और उसके साथियों की हर गतिविधि पर नजर गड़ाए बैठा था। राजू की जब उस पर नजर पड़ी तो उसने अपने साथियों से कहा कि किसी दूसरे रास्ते से चलते हैं। संभवत यह जगदीश का रिश्तेदार हैं कोई वारदात कर दें, लेकिन राजू के दोस्तों ने यह कहते हुए बात को टाल दिया कि कुछ नहीं होगा। गांव से जैसे ही 2-3 किलोमीटर निकले सामने से दो वाहनों में आए आरोपियों ने घेर लिया। दो जनों के हाथों में पिस्तोल थी। बोलेरो को राजू नेतड़ का दोस्त रविन्द्र चला रहा था। आरोपियों ने जैसे ही टक्कर मारकर रोकना चाहा तो रविन्द्र ने वाहन को खेतों में घुसा दिया। आरोपी भागीरथ शिवा कैंपर वाहन के पीछे ट्राॅली में खड़े होकर ताबड़तोड़ फायर कर रहे थे। उन दोनों के हाथों में पिस्तौल थी। जबकि सहीराम वाहन को चला रहा था और उसके पास में जगदीश बैठा हुआ था। उसने बताया कि गैंगवार को अंजाम देने के लिए कुछ शूटर हरियाणा से भी बुलाए गए हैं। इसके अलावा वारदात को अंजाम देने के लिए लंबे समय से गिरोह बनाया जा रहा था। आरोपियों की काले रंग की स्कॉर्पियों ने सीकर में भी पीछा करने का प्रयास किया था। आरोपियों ने औसतन 10-15 फायर किए। इनमें कई वाहन पर लगे तो कुछ चूक गए। राजू ने बताया कि उसके दो गोलियां लगी। इनमें एक तो पीठ में लगी। जबकि दूसरी गोली सिर को छूते हुए निकल गई। 

तीसरे वाहन से हुए फरार 

आरोपी दो वाहनों में थे। जबकि एक कार तरनाऊ के पास खड़ी थी, जिससे आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुए। इससे पहले आरोपियों ने जब गांव में वाहनों को घुमाया तो उनकी संख्या औसतन 15 बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि दुगस्ताऊ में जैसे ही वाहनों को काफिला गुजरा उसकी फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई थी। एसपी विकास पाठक ने बताया कि पुलिस को कई बिंदूओ पर जानकारी मिली है। जांच की जा रही है। वीडियों के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। जल्द स्थिति को सामने लाएंगे।

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