Goa Nightclub Fire / गोवा नाइट क्लब में भीषण आग, सिलेंडर ब्लास्ट से 23 की मौत; जांच के आदेश

गोवा के अरपोरा गांव में एक नाइट क्लब में देर रात भीषण आग लगने से 23 लोगों की मौत हो गई। शुरुआती जांच में सिलेंडर ब्लास्ट को आग का कारण माना जा रहा है। मरने वालों में ज्यादातर क्लब कर्मचारी और 3-4 पर्यटक शामिल हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

भीषण हादसा: गोवा के नाइट क्लब में सिलेंडर ब्लास्ट

गोवा के अरपोरा गांव में देर रात एक नाइट क्लब में हुए भीषण हादसे ने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया है। इस दुखद घटना में 23 लोगों की जान चली गई, जिनमें क्लब के कर्मचारी और कुछ पर्यटक भी शामिल हैं और पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने बताया कि आग लगने का शुरुआती कारण सिलेंडर ब्लास्ट माना जा रहा है, और अधिकांश मौतें दम घुटने के कारण हुई हैं। यह भयावह घटना रात करीब 12 बजे हुई जब अरपोरा स्थित नाइट क्लब में अचानक आग लग गई और आग इतनी भीषण थी कि इसने जल्द ही पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक बड़ा नुकसान हो चुका था। पुलिस और बचाव दल ने घटनास्थल से 23 शव बरामद। किए हैं, जिससे इस त्रासदी की गंभीरता का पता चलता है।

मृतकों में पर्यटक और कर्मचारी शामिल, दम घुटने से हुईं अधिकांश मौतें

डीजीपी आलोक कुमार के अनुसार, मरने वालों में तीन महिलाएं और 3-4 पर्यटक भी शामिल हैं। हालांकि, मृतकों में ज्यादातर क्लब में काम करने वाले कर्मचारी बताए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि तीन लोगों की मौत जलने के कारण हुई है, जबकि बाकी 20 लोगों की जान दम घुटने से गई। यह दर्शाता है कि आग के धुएं ने लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं दिया और अधिकांश शव किचन एरिया से बरामद किए गए हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आग की शुरुआत वहीं से हुई होगी। सीढ़ियों पर भी दो शव मिले हैं, जो शायद भागने की कोशिश कर रहे थे।

तत्काल बचाव कार्य और पुलिस की प्रतिक्रिया

आग लगने की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में आ गए। दमकल कर्मियों ने तेजी से काम करते हुए आग को फैलने से रोका और उस पर काबू पाया। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया, जिसमें फंसे हुए लोगों को निकालने और शवों को बरामद करने पर ध्यान केंद्रित किया गया और घटना स्थल पर आला अधिकारी मौजूद रहे और उन्होंने पूरे ऑपरेशन की निगरानी की। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के समय क्लब में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, और कई लोग समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे, जिन्होंने ही प्रशासन को इस भयावह हादसे की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जताया दुख, दिए जांच के आदेश

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह गोवा के लिए एक बहुत दुखद दिन है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने तुरंत घटना स्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जांच में आग लगने के सही कारणों का पता लगाया जाएगा और यह भी देखा जाएगा कि नाइट क्लब ने अग्नि सुरक्षा नियमों और बिल्डिंग कोड का पालन किया था या नहीं।

अग्निशमन सुरक्षा नियमों की अनदेखी पर सवाल

मुख्यमंत्री सावंत ने प्रारंभिक जानकारी के आधार पर बताया कि नाइट क्लब ने संभवतः फायर सेफ्टी नियमों का पालन नहीं किया था। यह एक गंभीर आरोप है, और यदि जांच में यह बात सही पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों, विशेषकर नाइट क्लबों और ऐसे अन्य मनोरंजन स्थलों में सुरक्षा मानकों के अनुपालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन अब यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

डीजीपी आलोक कुमार का बयान और आगे की कार्रवाई

गोवा के डीजीपी आलोक कुमार ने मीडिया को बताया कि आग आधी रात के आसपास लगी थी और अब बुझा दी गई है। उन्होंने पुष्टि की कि 23 शव बरामद किए गए हैं और ज्यादातर शव किचन एरिया से मिले हैं। डीजीपी ने कहा कि आग लगने का सटीक स्रोत और कारण अभी भी जांच का विषय है। बचाव दल अभी भी तलाशी अभियान चला रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई और व्यक्ति अंदर फंसा न हो। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं से पड़ताल की जा रही है, जिसमें संभावित लापरवाही और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन शामिल है।